202 रन बनाने वाले पुजारा ने चौथे दिन के खेल के बाद कहा"मुझे घरेलू क्रिकेट में बड़े रन बनाने का अनुभव है। अनुभव वाकई काफी मायने रखता है, जब मैं बल्लेबाजी कर रहा था तो हमारा पहला लक्ष्य ऑस्ट्रेलिया के स्कोर के पास पहुंचना था।
29 वर्षीय पुजारा ने कहा कि मुझे खुद पर नियंत्रण रखना पड़ा। मैं ज्यादा शॉट खेल सकता था, लेकिन मुझे खुद को नियंत्रित करना पड़ा। मैं अपना विकेट खोना नहीं चाहता था। मैं और साहा आपस में बातचीत करते रहे थे। हमने आपस में काफी क्रिकेट खेली है और हम एक दूसरे को मैदान में और मैदान के बाहर काफी अच्छी तरह जानते हैं। एक साझेदारी के लिये अच्छी समझ जरूरी होती है जो हमारे बीच मौजूद है।
स्पिन के खिलाफ हमारी रणनीति थी कि स्ट्राइक को बदलते रहा जाए। जैसे जैसे दिन गुजरता रहा गेंद टर्न लेने लगी। हमें उम्मीद है कि पांचवें दिन गेंद ज्यादा टर्न लेगी। दोहरे शतकधारी पुजारा की सराहना करते हुये साहा ने कहा" मुझे विपक्षी टीम के लिये काफी अफसोस है। पुजारा जब जम जाते हैं तो ऐसी बड़ी पारी खेलते हैं। लग ही नहीं रहा था कि वह आउट हो पाएंगे। (वार्ता)