1 पारी के बाद फिर बुरे फॉर्म में लौटे पुराने, इंग्लैंड दौरे पर भी ऐसा ही हुआ था
मंगलवार, 11 जनवरी 2022 (18:35 IST)
अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा ने बड़ी मुश्किल से जॉहन्सबर्ग टेस्ट की दूसरी पारी में अर्धशतक लगा कर अच्छा फॉर्म पाया था लेकिन केपटाउन पहुंचने के बाद वह फिर पुराने ढंग यानि कि बुरे फॉर्म में आ गए।
दोनों सलामी बल्लेबाजों को खो देने के बाद तीसरे टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा ने तीसरे विकेट के लिए विराट कोहली के साथ अच्छा साथ निभाया। बल्कि लंच से पहले तो पुजारा कोहली से बेहतर स्ट्राइक रेट के साथ खेल रहे थे।
लंच तक विराट ने 50 गेंदों पर दो चौकों की मदद से नाबाद 15 रन बनाए, जबकि पुजारा चार चौकों की बदौलत 49 गेंदों पर 26 रन पर खेल रहे थे। लेकिन भोजनकाल के बाद पुजारा को जानसेन की एक ऑफ साइड की गेंद ने धोखा दे दिया और वह अपने बल्ले का किनारा उस पर लगा बैठे।पुजारा ने 43 रन बनाए और अर्धशतक चूक गए।
युवा तेज गेंदबाज मार्काे यानसन ने 95 के स्कोर पर पुजारा का विकेट लेकर इस साझेदारी को तोड़ दिया। पुजारा सात चौकों की मदद से 77 गेंदों पर 43 रन बना कर आउट हो गए और एक बार फिर लंबी पारी खेलने से चूक गए।
उनके आउट होने के बाद क्रीज पर आए पूर्व उप कप्तान अजिंक्या रहाणे ने भी एक बार फिर निराश किया। वह 12 गेंदों पर दो चौकों की मदद से नौ रन बना कर आउट हो गए। 116 के स्कोर पर अपना 50 वां टेस्ट खेल रहे रबादा ने उन्हें अपना शिकार बनाया।पुजारा और रहाणे के कैच विकेटकीपर वेरेने ने लपके।
1 पारी के बाद फिर फॉर्म छोड़ देते हैं पुराने
ऐसा सिर्फ जॉहन्बर्ग में नहीं बल्कि नॉटिघंम में भी हुआ था। अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा की सिर पर बुरे फॉर्म के चलते टीम से बाहर निकलने के कगार पर आ गई थी। दोनों ने ही अर्धशतक जड़े, शतकीय साझेदारी निभाई और फिर टीम इंडिया में जैसे तैसे अपनी जगह बचाई।
पता नहीं कैसे दोनों उस वक्त 50 रनों की एक पारी खेल देते हैं जब वह बाहर निकलने वाले होते हैं, इसके बाद फिर अपने पुराने यानि कि बुरे फॉर्म को पकड़ कर 10 पारियां टीम इंडिया के लिए खेलते हैं।
शतक के सूखे से गुजर रहे हैं पुराने
अजिंक्य रहाणे का आखिरी टेस्ट शतक साल 2020 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध आया था। इस टेस्ट में अजिंक्य रहाणे कप्तान भी थे। हालांकि इस पारी में उनके कुछ आसान कैच कंगारुओं ने छोड़े इसकी बदौलत वह अपने शतक तक पहुंच पाए।
दिलचस्प बात यह है कि चेतेश्वर पुजारा का आखिरी शतक भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में आया था। इस पारी में वह 200 रन बनाने के करीब थे लेकिन इससे पहले वह आउट हो गए। पुजारा की यह टेस्ट पारी 3 साल पहले आयी थी।
फैंस ने पूछा और कितने मौके चाहिए पुराने को
पुराने यानि कि पुजारा और रहाणे अब भारतीय क्रिकेट फैंस के मन में खटकने लगे हैं। दोनों की विफलता के कारण अब वह सवाल पूछ रहे हैं कि इन दोनों को टेस्ट टीम में और कितने मौकों की जरूरत है।