पुजारा पूर्वोत्तर के 5 राज्यों- अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, सिक्किम और नगालैंड के युवा खिलाड़ियों को 2 दिन तक प्रशिक्षण देंगे। यह बीसीसीआई का इस क्षेत्र में युवा प्रतिभाओं को निखारने और वहां क्रिकेट गतिविधियों को बढ़ावा देने के प्रयासों का ही एक हिस्सा है।
दीमापुर में अंडर-16 शिविर के अलावा शिलांग में भी अंडर-19 शिविर चल रहा है। ये दोनों शिविर पूर्व भारतीय क्रिकेटरों, राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) से नियुक्त प्रशिक्षकों, फिजियो, ट्रेनर और वीडियो विश्लेषकों की देखरेख में चल रहे हैं। एनसीए प्रत्येक क्षेत्र पूर्व, मध्य, उत्तर, पश्चिम और दक्षिण में अंडर-16 और अंडर-19 के खिलाड़ियों के लिए क्षेत्रीय शिविरों का आयोजन भी कर रहा है।
पुजारा का मानना है कि क्षेत्रीय शिविरों से काफी फायदा मिलता है। उन्होंने कहा कि मैंने इस व्यवस्था का लाभ उठाया है। सौराष्ट्र अब मजबूत केंद्र है लेकिन इससे पहले हमारी स्थिति मुंबई या कर्नाटक जैसी नहीं थी। मुझे एनसीए में शिविर के लिए चुना गया था और बेंगलुरु में मैंने प्रशिक्षण लिया। एनसीए का हिस्सा होने से मुझे मेरे शुरुआती दिनों में मदद मिली। (भाषा)