इस वर्ष क्रिकेट को अलविदा कहने वाले मैकुलम ने कहा कि केयर्न्स के इस दावे के बाद कि उसने 2008 में मैच फिक्सिंग के लिए उनसे संपर्क किया था, उन्हें लगा कि गवाही देना उनकी नैतिक जिम्मेदारी है। केयर्न्स के मामले में पूर्व क्रिकेटर मैकुलम अभियोजन पक्ष के गवाह थे। हालांकि लंदन की एक अदालत ने गत वर्ष केयर्न्स को आरोप मुक्त कर दिया था।
मैकुलम ने गुरुवार को रेडियो न्यूजीलैंड से कहा, मुझे पता चल गया था कि मैं कटघरे में खड़ा हूं और इससे बाहर निकलना मेरे लिए बहुत मुश्किल हो गया था। मैं आसानी से माफ कर देता और कभी मन में कोई बात नहीं रखता। मैं नहीं चाहता था कि केयर्न्स को जेल हो। ऐसा हुआ भी नहीं और मुझे इससे खुशी हुई।
पूर्व कप्तान ने कहा, हालांकि उन्होंने मेरे साथ जो बर्ताव किया उसके लिए वह माफी के लायक नहीं है और न ही मैं उन्हें कभी माफ करूंगा। मैं अब उनसे कोई मतलब नहीं रखना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि वह क्रिस को दोबारा कभी देखना नहीं चाहते।