बल्लेबाजों पर भारी पड़ी गुलाबी गेंद, फ्लडलाइट ने किया परेशान

बुधवार, 24 अगस्त 2016 (00:11 IST)
ग्रेटर नोएडा। भारतीय सरजमीं पर किसी प्रथम श्रेणी मैच में पहली बार उपयोग में लाई गई गुलाबी गेंद ने मंगलवार को यहां बल्लेबाजों पर कहर बरपाया तथा इंडिया रेड और इंडिया ग्रीन के बीच खेले जा रहे पहले दिन-रात्रि दुलीप ट्रॉफी मैच के शुरुआती दिन ही 17 विकेट गिरे। 
दूधिया रोशनी में चल रहे मैच की शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रही तथा गुलाबी गेंद के पदार्पण से अधिक फ्लडलाइट में खराबी ने लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा। दो बार बिजली गुल होने के कारण खेल रोकना पड़ा। दूसरी बार तो दो टावरों से पूरी तरह ही बिजली चली गई। इससे कुल मिलाकर 78 मिनट तक खेल नहीं हो पाया। गुलाबी गेंद का हालांकि गेंदबाजों विशेषकर तेज गेंदबाजों ने पूरा फायदा उठाया। 
 
युवराज सिंह की इंडिया रेड टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। संदीप शर्मा (62 रन देकर चार विकेट) की अगुवाई में इंडिया ग्रीन ने परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाया तथा बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज अभिनव मुकुंद के 77 रन के बावजूद इंडिया रेड 48.2 ओवर में 161 रन पर ढेर हो गई। इसके बाद तेज गेंदबाज नाथू सिंह और चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने सुरेश रैना के नेतृत्व वाली इंडिया ग्रीन को भी करारे झटके दिए। 
 
पहले दिन का खेल समाप्त होने तक इंडिया ग्रीन ने अपनी पहली पारी में 35 ओवरों में सात विकेट पर 116 रन बनाए हैं और वह इंडिया रेड से 45 रन पीछे है। नाथू सिंह ने अब तक 32 रन देकर तीन और कुलदीप ने 26 रन देकर तीन विकेट लिए हैं। स्टंप उखड़ने के समय सौरभ तिवारी 27 और अशोक डिंडा आठ रन पर खेल रहे थे। 
इस चाइनामैन गेंदबाज ने पार्थिव को विकेटकीपर श्रीकर भरत के हाथों कैच कराया और फिर उत्तर प्रदेश के अपने साथी रैना को अपनी फ्लाइट से चकमा देकर बोल्ड किया। रैना ने 56 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 35 रन बनाए। 
कुलदीप ने इसी ओवर में नए बल्लेबाज श्रेयास गोपाल (0) को भी पैवेलियन भेजा। डिनर के बाद तीसरे सत्र का खेल फ्लडलाइट की खराबी की वजह से 17 मिनट देरी से शुरू हुआ। इसके बाद सात बजकर 56 मिनट पर फिर से एक फ्लडलाइट खराब हो गई, जिसे ठीक करने में लगभग एक घंटे का समय लग गया।
 
इससे पहले इंडिया रेड के केवल चार बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे। इनमें से चोटी के सात बल्लेबाजों में से केवल मुकुंद ने ही दहाई का आंकड़ा छुआ। उन्होंने बाएं हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा (19 रन देकर तीन विकेट) की गेंद पर बोल्ड होने से पहले अपनी 116 गेंद की पारी में 12 चौके लगाए। अनुरीत सिंह ने 21 गेंदों पर छह चौकों और एक छक्के की मदद से 32 रन की पारी खेली। 
 
इनके अलावा आठवें नंबर के बल्लेबाज कुलदीप यादव (10) और दसवें नंबर के ईश्वर पांडे (17) ही दोहरे अंक में पहुंचे। इंडिया ग्रीन की तरफ से संदीप और ओझा के अलावा तेज गेंदबाज अंकित राजपूत ने दो जबकि अशोक डिंडा ने एक विकेट लिया।
 
संदीप ने सलामी बल्लेबाज श्रीकर भरत (3) को आउट करके विकेटों गिरने का क्रम शुरू किया। इसके बाद उन्होंने सुदीप चटर्जी (5) को विकेटकीपर पार्थिव पटेल के हाथों कैच कराया जबकि राजपूत ने युवराज को आउट करने के बाद अपने अगले ओवर में गुरकीरत सिंह को पवेलियन भेजा जो खाता भी नहीं खोल पाए। ओझा ने गेंद संभालने के बाद केबी अरुण कार्तिक (7) को अपना पहला शिकार बनाया जबकि पालीवाल ने डिंडा की शॉर्ट पिच गेंद पर अक्षय वाखरे (7) का खूबसूरत कैच लिया। (भाषा) 

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