हार्दिक ने गुरुवार को कहा कि मेरे लिए भारत 'ए' टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया के मेरे दौरे के बाद सारी चीजें बदल गईं। इस दौरे ने बतौर क्रिकेटर मुझे काफी बदल दिया। मैं राहुल द्रविड़ के योगदान के लिए उनका आभार व्यक्त करता हूं। मैं समझता हूं कि खेल के बारे में मानसिक पहलू हैं जिन पर काम किए जाने की जरूरत है। उन्होंने (द्रविड़) ने मुझे मानसिक रूप से मजबूत बनाया।
उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि मैंने उन डेढ़ महीनों में राहुल सर की अगुवाई में जो कुछ सीखा, उससे कहीं ज्यादा मैंने कहीं और से सीख ली। वे मुझे बताते थे कि मुझे किन चीजों की कोशिश करनी चाहिए। मैं मानसिक रूप से मजबूत था लेकिन उनसे बात करने के बाद मैं सीख गया कि मैं इससे भी बेहतर हो सकता हूं। अगर आज मेरी गेंदबाजी की बात हो रही है तो यह राहुल सर और भारत 'ए' के गेंदबाजी कोच पारस महाम्ब्रे की वजह से ही है। (भाषा)