आईसीसी में 'पगबाधा' पर बनी सहमति, टेस्ट में परिवर्तन स्थगित
रविवार, 3 जुलाई 2016 (17:54 IST)
एडिनबर्ग। आईसीसी ने पगबाधा से जुड़े अंपायरों के फैसलों पर विवादास्पद निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) से संबंधित नियमों में बदलाव को मंजूरी दे दी है जिससे गेंदबाजों को मदद मिलने की संभावना है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में दो डिवीजन बनाने और नई वनडे लीग सहित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आमूलचूल परिवर्तन करने की योजना को स्थगित कर दिया है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की शनिवार रात वार्षिक बैठक समाप्त हुई जिसमें आईसीसी, आईडीआई और आईबीसी बोर्डों ने पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष और अब आईसीसी चेयरमैन शशांक मनोहर की अध्यक्षता में कई मसलों पर चर्चा की। कुछ महत्वपूर्ण फैसले भी किए गए।
आईसीसी ने कहा कि विश्व संस्था के प्रशासन में पुनर्गठन के मामले में प्रगति हुई है जबकि डरबन में 2022 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में महिला क्रिकेट को शामिल करने के प्रयासों को आगे बढ़ाया गया है।
क्रिकेट को ओलंपिक खेल बनाने की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समिति की योजना पर आगे बातचीत हुई। पगबाधा पर अंपायर के फैसले से संबंधित डीआरएस की खेल परिस्थितियों के बारे में आईसीसी ने कहा कि यदि पगबाधा से संबंधित मैदानी अंपायर का फैसला बदला जाता है तो अब गेंद का आधा हिस्सा स्टंप के क्षेत्र में होना चाहिए, जो कि ऑफ और लेग स्टंप के बाहर की सीमा भी होगी।
इससे पहले गेंद का आधा हिस्सा ऑफ और लेग स्टंप के बीच में होना जरूरी होता था। आईसीसी ने कहा कि यह संशोधन 1 अक्टूबर से या फिर इस तिथि से ठीक पहले शुरू होने वाली किसी श्रृंखला, जिसमें डीआरएस हो, से प्रभावी होगा।
नोबॉल से संबंधित फैसलों में आईसीसी ने कहा कि मैदानी अंपायरों के बजाय तीसरे अंपायर को नोबॉल कहने की अनुमति देने का ट्रॉयल अगले कुछ महीनों में किया जाएगा ताकि यह अच्छी तरह से पता लगाया जा सके कि क्या तीसरा अंपायर तुरंत रीप्ले का उपयोग करके बिलकुल सही नोबॉल दे सकता है।
आईसीसी ने बयान में कहा कि यह ट्रॉयल आगामी एकदिवसीय श्रृंखलाओं के दौरान किया जा सकता है और तीसरा अंपायर गेंद पड़ने के कुछ सेकंड के अंदर नोबॉल देगा और उसे मैदानी अंपायर को बताएगा। ट्रॉयल से संबंधित विस्तृत जानकारी इसको अंतिम रूप दिए जाने पर घोषित किए जाएंगे।
इस बीच बांग्लादेश जैसे छोटे देशों की स्थायी तौर पर सेकंड डिवीजन में जाने के जोखिम को लेकर चिंता को देखते हुए आईसीसी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आमूलचूल परिवर्तन करने के फैसले को स्थगित कर दिया है। इसके बजाय वह सितंबर के शुरू में दुबई स्थित अपने मुख्यालय में कार्यशाला का आयोजन करेगी।
आईसीसी ने कहा कि आईसीसी मुख्य कार्यकारियों की समिति ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के ढांचे और तीनों प्रारूपों में नई प्रतियोगिताओं की शुरुआत को लेकर रचनात्मक चर्चा की। सदस्यों को इस परियोजना की प्रगति से अवगत करा दिया गया है और सभी मानते हैं कि कोई भी अंतिम फैसला करने से पहले इसे अधिक विस्तार से समझने की जरूरत है।
आईसीसी के पुनर्गठन पर बयान में कहा गया है कि आईसीसी बोर्ड की अक्तूबर में होने वाली बैठकों में विचार के लिए आगामी सप्ताहों में नए संविधान का मसौदा तैयार किया जाएगा।
आईसीसी ने राष्ट्रमंडल खेल महासंघ की प्रस्तुति के बाद डरबन में 2022 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में महिला क्रिकेट को शामिल करने को समर्थन देने पर भी सहमति जताई। इस संबंध में आईसीसी आवेदन करेगा।
आईसीसी विज्ञप्ति में कहा गया है कि आईसीसी क्रिकेट को कार्यक्रम में शामिल करना सुनिश्चित करने तथा टूर्नामेंट की विशिष्ट संरचना और क्वालीफिकेशन प्रक्रिया के लिए राष्ट्रमंडल खेल महासंघ के साथ मिलकर काम करेगी।
भ्रष्टाचार निरोधक इकाई के अध्यक्ष सर रोनी फ्लैगनन ने वार्षिक प्रगति की जानकारी दी जिनमें एकीकृत कार्यकारी दल की सिफारिशों को लागू करने पर हुई प्रगति भी शामिल है। बारबाडोस में पिछली आईसीसी वार्षिक बैठक में इन्हें मंजूरी दी गई थी।
बोर्ड ने आईसीसी मुख्य कार्यकारी के अनुबंध को भी बढ़ाने को मंजूरी दी। आईसीसी मुख्य कार्यकारी डेव रिचर्ड्सन 2019 वार्षिक बैठक तक इस भूमिका में रहने के लिए तैयार हो गए हैं। (भाषा)