राहुल ने सीरीज के तीसरे और आखिरी मैच में नाबाद 63 रन की पारी खेली। वे पहले वन-डे में अपने नाबाद 100 रन के लिए 'मैन ऑफ द मैच' बने थे। राहुल ने तीन मैचों में कुल 196 रन बनाए। हालांकि 'मैन ऑफ द सीरीज' के लिए उनका मुकाबला हमवतन तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह से था, जिन्होंने दो मैचों में चार-चार विकेट लेने सहित कुल नौ विकेट हासिल किए थे, लेकिन राहुल को उनकी शानदार बल्लेबाजी के लिए यह पुरस्कार मिला।
'मैन ऑफ द सीरीज' का सम्मान ग्रहण करने के बाद राहुल ने कहा कि मैं हमेशा से जानता था कि मेरे पास किसी भी प्रारूप में खेलने की काबिलियत है। यह सिर्फ समय की बात थी। पिछले दो महीने मेरे लिए काफी अच्छे रहे। यहां आकर मैंने जिस तरह अच्छा प्रदर्शन किया उससे मैं संतुष्ट हूं। हमारा काम आसान करने का श्रेय गेंदबाजों को भी जाता है।
राहुल ने कहा कि मैंने विकेट पर जमने में कुछ समय लिया और फिर क्रिकेटिंग शॉट खेले। विकेट पर संयम दिखाना और अपना स्वाभाविक खेल खेलना एक बड़ी चुनौती थी। मैं अभी वेस्टइंडीज दौरे के बारे में नहीं सोच रहा हूं। मेरा ध्यान अब तीन मैचों की टी-20 सीरीज में सबसे छोटे फार्मेट में खुद को ढालने पर लगा है। (वार्ता)