झारखंड की टीम आसानी से लक्ष्य की ओर बढ़ रही थी और ऐसा लग रहा था कि धोनी को बल्लेबाजी के लिए उतरना ही नहीं पड़ेगा। धोनी हालांकि सौरभ तिवारी का विकेट गिरने के बाद मैदान पर उतरे जिस समय स्कोर चार विकेट पर 116 रन था। उस समय झारखंड को 44 रन की जरूरत थी। धोनी जैसे ही बल्लेबाजी के लिए आए तो स्टेडियम के पास से गुजरती सड़क पर भी लोग अपनी गाड़ियां रोककर मैच देखने के लिए खड़े हो गए। धोनी के हर शॉट पर दर्शकों से दाद मिली।