नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के फिटनेस कोच शंकर बासु ने टेस्ट कप्तान विराट कोहली की प्रशंसा करते हुए कहा है कि वे बेहद पेशेवर होने के साथ दुनिया के बेहतरीन एथलीट भी हैं।
टीम इंडिया और आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के फिटनेस कोच शंकर की मानें तो विराट टीम के सबसे फिट खिलाड़ी हैं और उनका लक्ष्य सर्वश्रेष्ठ बनने का है, जिसके लिए वे काफी मेहनत करते हैं। उन्होंने बीसीसीआई टीवी से कहा, विराट दुनिया के सर्वश्रेष्ठ एथलीट बनना चाहते हैं और उनके लिए कोई सीमाएं नहीं हैं। उनके सामने कई आदर्श हैं और वे प्रतिस्पर्धा से कभी नहीं डरते हैं।
विराट के साथ राष्ट्रीय टीम के अलावा आईपीएल टीम बेंगलुरु में काम कर चुके बासु ने कहा, कई एथलीट कोच को सफलता का श्रेय देते हैं, लेकिन मैं कहूंगा कि विराट जैसे असाधारण एथलीट को पाकर मैं बहुत गर्व महसूस करता हूं। मैं आईपीएल के जरिए विराट से पिछले आठ वर्ष से जुड़ा रहा हूं।
फिटनेस कोच ने कहा, विराट यदि आपके काम से खुश हैं तो आपको कभी चुनौती नहीं देंगे। वे उन एथलीटों में हैं जो किसी भी हद तक मेहनत करने के लिए तैयार हैं। वे अपने न्यूट्रीशियन और अनुशासन के मामले में बहुत अच्छे हैं। उन्होंने अपने जीवन में काफी बदलाव किए हैं। मैं केवल उन्हें मदद कर रहा हूं। मैंने उन्हें केवल सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है।
टीम इंडिया के फिटनेस कोच ने कहा, उन्होंने (विराट) अपनी जीवनशैली में भी काफी बदलाव किए हैं। उनकी जितनी प्रशंसा की जाए, उतनी कम है। मैं तो एक उपकरण मात्र हूं। मैंने उन्हें मात्र एक दिशा देने का काम किया, लेकिन इसके लिए मैं उनके पूर्व फिटनेस कोचों को धन्यवाद देना चाहूंगा।
बासु ने कहा, जब मैं भारतीय टीम में पूर्णकालिक रूप से शामिल हुआ, मुझे प्रतिदिन उनके साथ अधिक समय बिताने का मौका मिला। यह बिलकुल इस तरह कहा जा सकता है कि 90 प्रतिशत से अधिक काम तो विराट ने किया, मैंने तो सिर्फ अंतिम रूप देने का काम किया। विराट ने खुद अपनी बॉडी में बदलाव के बारे में जिक्र किया था, जब उन्होंने गत वर्ष के श्रीलंका दौरे के बाद से एक्सरसाइज के दौरान ज्यादा वजन उठाना शुरू किया था।
फिटनेस कोच ने विराट के इस आईपीएल सत्र के बारे में कहा, विराट ने अपने खेल के बारे में एक बार कहा था कि वे दूसरे क्रिकेटरों की तरह छक्के नहीं लगा सकते हैं। आप इस आईपीएल सत्र को देखें, उन्होंने 38 छक्के लगाए हैं जो उनके पिछले सत्र के मुकाबले 15 अधिक हैं। इससे पता चलता है कि उनमें कितनी ताकत है। जब वे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु टीम के साथ जुड़े थे, तब भी वे अपनी फिटनेस पर काफी काम कर रहे थे।
उन्होंने कहा, गत सितंबर में हमने विराट के 'मसल मास' पर काम करना शुरू किया और सत्र के अंत में हमें यह देखना था कि क्या बदलाव आया। हमने पाया कि उनके 'मसल मास' में काफी वृद्धि हुई। पिछले छह महीनों से विराट अपनी ताकत, मास और ऊर्जा पर काफी काम कर रहे हैं।
युवा क्रिकेटरों के बारे में बासु ने कहा, आज के जमाने में युवा क्रिकेटर फॉलोअप पर काफी मेहनत करते हैं। एक समय में क्रिकेटर कुछ शरारती होते थे, लेकिन सभी ऐसे नहीं होते। मुझे नहीं लगता कि मेरी तरफ से काफी मेहनत की जाती है क्योंकि ज्यादा क्रिकेटर जब कैंप छोड़ते हैं तो वे फॉलोअप के बारे में बात करते हैं। इसका सारा श्रेय भारतीय क्रिकेटरों को जाता है क्योंकि जो 'भूख' मैंने भारतीय क्रिकेटरों में देखी है, वह अविश्वसनीय है। (वार्ता)