वेस्टइंडीज की टीम फिलहाल भारतीय दौरे पर है लेकिन मेहमान टीम में क्रिस गेल, आंद्रे रसेल, सुनील नारायण जैसे बड़े खिलाड़ी नहीं खेल रहे हैं। टेस्ट और वनडे सीरीज हार चुकी विंडीज की टीम को ईडन गार्डन में ट्वंटी-20 सीरीज के रविवार को हुए पहले मैच में भी पांच विकेट से हार झेलनी पड़ी थी।
हाल ही में स्टार ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने भी दुनियाभर में चल रही ट्वंटी-20 प्रीमियर लीगों में खेलने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। विंडीज के खिलाड़ी चोट या निजी कारणों का हवाला देकर क्रिकेट सीरीज में नहीं खेल रहे हैं। पूर्व विंडीज क्रिकेटर और कमेंटेटर कार्ल ने कहा, यह शर्मनाक बात है कि खिलाड़ियों को देश के लिए खेलना पसंद नहीं है।
51 वर्षीय पूर्व कप्तान ने कहा, विंडीज टीम में यदि सीनियर खिलाड़ी खेल रहे होते तो भारत के लिए जीतना इतना आसान नहीं होता लेकिन युवा टीम को अभी समय की जरूरत है। विंडीज टीम का प्रदर्शन इस वर्ष निरंतर नहीं रहा है और वह आठ मैचों में दो ही जीत सकी है। उसे जुलाई में बंगलादेश से भी हार झेलनी पड़ी थी।
कार्ल ने साथ ही टीम के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी के लिए भी खिलाड़ियों को लताड़ा। उन्होंने कहा, हम कभी अच्छा खेलते हैं और अधिकतर खराब। हमें लए में खेलना होगा। हमारे पास प्रतिभा है लेकिन युवा खिलाड़ियों को समय की जरूरत है। वहीं विंडीज क्रिकेट को भी सही पॉलिसी बनाने की जरूरत है। (वार्ता)