बायो बबल तोड़ने पर लगा था प्रतिबंध, खत्म होने के साथ ही संन्यास लिया इस श्रीलंकाई बल्लेबाज ने
शनिवार, 8 जनवरी 2022 (16:20 IST)
कोलंबो:श्रीलंका क्रिकेट ने शुक्रवार को तीन राष्ट्रीय खिलाड़ियों दानुष्का गुणातिलका, कुशल मेंडिस और निरोशन डिकवेला पर लगाया गया एक साल का प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से हटा लिया।
श्रीलंका के जून 2021 में इंग्लैंड दौरे के दौरान डरहम में बायो-बबल प्रोटोकॉल के उल्लंघन के दोषी पाए जाने के बाद तीनों को जुलाई में निलंबित किया गया था, लेकिन अब प्रतिबंध हटने के बाद तीनों खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सभी प्रारूपों में चयन के लिए उपलब्ध हैं।
श्रीलंका क्रिकेट ने एक बयान में कहा, “ ये निर्णय तीनों खिलाड़ियों द्वारा हमसे उन पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने के अनुरोध के बाद लिया गया है। खिलाड़ियों के अनुरोध के बाद हमने निलंबन अवधि के दौरान उन्हें परामर्श देने के लिए बोर्ड द्वारा नियुक्त किए गए डॉक्टर से उनकी रिपोर्ट प्राप्त की और उनकी याचिका पर विचार किया, इस शर्त के अधीन कि उनका शेष प्रतिबंध अगले 24 महीनों के लिए निलंबित रहेगा। डॉक्टर द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट पर विचार करने के बाद श्रीलंका क्रिकेट की कार्यकारी समिति ने आज हुई बैठक में तीनों खिलाड़ियों के निलंबन को हटाने का निर्णय लिया। दो साल की अवधि के लिए निलंबन हटाया गया है। इस दौरान तीनों खिलाड़ियों के आचरण पर श्रीलंका क्रिकेट द्वारा बारीकी से नजर रखी जाएगी। ”
दानुष्का गुणातिलका ने तत्काल प्रभाव से टेस्ट क्रिकेट से लिया संन्यास
वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध का सामना कर रहे श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज दानुष्का गुणातिलका ने शुक्रवार को तत्काल प्रभाव से टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। वह हालांकि पांच महीने बाद प्रतिबंध पूरा करने के बाद अन्य प्रारूपों में खेलना जारी रखेंगे।
गुणातिलका ने आखिरी बार 2018 में श्रीलंका के लिए एक टेस्ट मैच खेला था और उनकी लगातार विफलताओं ने उन्हें टेस्ट प्रारूप में टीम से बाहर रखा। हाल ही में श्रीलंकाई बल्लेबाज भानुका राजपक्षे के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के फैसले के बाद गुणातिलका का संन्यास श्रीलंका के लिए एक और झटका है।
30 वर्षीय गुणातिलका ने अचानक संन्यास के फैसले के पीछे वर्तमान में श्रीलंकाई क्रिकेट के फिटनेस स्तर की मांग को वजह बताया है। दरअसल श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने हाल ही में दो किमी टेस्ट के लिए बेंचमार्क में बदलाव करते हुए इसका समय आठ मिनट 53 सेकेंड से कम करके आठ मिनट 10 सेकेंड तक कर दिया है। समझा जाता है कि इस बदलाव ने राजपक्षे के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के फैसले में भी एक प्रमुख भूमिका निभाई थी।
सलामी बल्लेबाज गुणातिलका ने एक बयान में कहा, “ अपने देश के लिए खेलना हमेशा एक सम्मान की बात रही है और मुझे उम्मीद है कि जब भी मुझे ऐसा करने के लिए कहा जाएगा, मैं श्रीलंका का प्रतिनिधित्व करना जारी रख कर भविष्य में अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता में योगदान दूंगा। ” उल्लेखनीय है कि गुणातिलका पर पिछले साल जून में इंग्लैंड दौरे के दौरान बायो-बबल उल्लंघन के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगाया गया था और तब से वह प्रतिबंध का सामना कर रहे थे। उनके साथ कुशल मेंडिस और निरोशन डिकवेला भी प्रतिबंध लगा था।
बाएं हाथ के बल्लेबाज गुणातिलका ने श्रीलंका के लिए अब तक सिर्फ आठ टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 18.7 के औसत से 299 रन बनाए हैं। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में सिर्फ दो अर्द्धशतक लगाए हैं। सीमित ओवरों के प्रारूप में उनके आंकड़े कहीं बेहतर हैं। प्रतिबंध लगने से पहले वह श्रीलंका के सीमित ओवर सेटअप का नियमित हिस्सा थे और उन्होंने 44 वनडे और 30 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में देश का प्रतिनिधित्व किया है।(वार्ता)