वानखेड़े स्टेडियम में भारत के खिलाफ भारत की 10 विकेट की जीत में वॉर्नर 128 रन बनाकर नाबाद रहे थे, उन्होंने बुमराह की गेंदों का डटकर सामना किया। कप्तान आरोन फिंच ने भी नाबाद 110 रन की पारी खेली थी जिससे ऑस्ट्रेलिया ने काफी ओवर रहते जीत हासिल कर ली थी।
यह पूछने पर कि बुमराह और चाइनामैन कुलदीप यादव की गेंदों का सामना करने के लिए उन्होंने कैसे तैयारी की, वॉर्नर ने कहा, ‘इसके लिए आपको अच्छी तरह सीधे खड़े रहना होता है। मैं नहीं सोच सकता कि ब्रेट ली जैसा गेंदबाज बाउंड्री से भागकर आते हुए अचानक से 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने लगे, इसके लिए आपको आदी होने के लिए थोड़ा समय लगता है और बुमराह के पास यह कौशल है।’
उन्होंने कहा, ‘उनकी (बुमराह) बाउंसर आपको हैरान करती हैं, उनके यार्कर भी आपको हैरान कर सकते हैं और फिर वह ‘चेंज-अप’ फेंकते है, जो बहुत मुश्किल है। यह उसी तरह है जैसे लसिथ मलिंगा शुरू में किया करते थे, वह 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते थे और स्विंग कराते थें।’
वॉर्नर ने कहा, ‘लेकिन आप जानते हो कि आपको यार्कर और बाउंसर का सामना करना होगा, लेकिन यह निर्भर करता है कि आप इनका सामना कैसे करते हो जो बहुत ही अलग हैं।’ कुलदीप की गेंदबाजी के बारे में उन्होंने स्वीकार किया कि इस चाइनामैन गेंदबाज की गेंदों को समझना मुश्किल था।
उन्होंने कहा, ‘कुलदीप (यादव), उसकी गेंदबाजी में भी ‘चेंज-अप’ है। मुझे लगता है कि वह इन दिनों थोड़ी धीमी गेंदबाजी कर रहे है, वह राशिद खान से काफी अलग है जो 100 किमी प्रति रफ्तार से गेंदबाजी करते है। दूधिया रोशनी में मुझे लगता है कि बायें हाथ के चाइनामैन का सामना करना बहुत मुश्किल होता है।