Virat Kohli Test Cricket Retirement : 12 मई को टेस्ट क्रिकेट के दिग्गज विराट कोहली ने अचानक अपने फैंस को संन्यास की घोषणा कर चौंका दिया। यह खबर सुन पूरा खेल जगत प्रोसेस नहीं कर पा रहा था कि विराट कोहली ने अचानक ऐसा फैसला क्यों लिया, वो भी इंग्लैंड सीरीज के कुछ वक्त पहले ही जहां भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इस ट्रांजीशन फेस में विराट कोहली का अनुभव युवाओं के लिए काम आ सकता था। बड़े बड़े दिग्गजों ने उनकी तारीफों के पूल बांधे। इसी बीच भारतीय सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई (Lieutenant General Rajiv Ghai, Director General of Military Operations) ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान क्रिकेट का उदहारण देकर बताया कि भारत का एयर डिफेंस कितना मजबूत है। उन्होंने 1970 के दशक के दो ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज, Jeff Thomson and Dennis Lillee का उदहारण दिया।
उन्होंने कहा ''हमारे एयरफील्ड और लॉजिस्टिक्स को निशाना बनाना बहुत कठिन है। मैंने देखा कि विराट कोहली ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया है। कई भारतियों की तरह वह मेरे पसंदीदा क्रिकेटर हैं। 1970 के दशक में, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज के दौरान, दो ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने इंग्लैंड की बल्लेबाजी लाइनअप को तहस-नहस कर दिया था। तब ऑस्ट्रेलियाई में एक कहावत शुरू हुआ एशेज टू एशेज, डस्ट टू डस्ट (राख से राख, धूल से धूल), अगर थॉमो को नहीं मिला तो लिली को जरूर मिलेगा। अगर आप लेयर्स देखते हैं, तो आप समझेंगे कि मैं क्या कहने की कोशिश कर रहा हूं। भले ही आप सभी लेयर्स को पार कर गए हों, लेकिन इस ग्रिड सिस्टम की लेयर्स में से एक आपको मार गिराएगी।"
आपको बता दें थॉमो के नाम से मशहूर जेफ थॉमसन क्रिकेट इतिहास के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक हैं। उन्होंने 1975 में पर्थ में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ 160.6 किमी/घंटा की रफ़्तार से गेंद फेंकी थी, जो उस समय की सबसे तेज़ दर्ज की गई गेंद थी, और अब तक की चौथी सबसे तेज़ दर्ज की गई गेंद थी। वह ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा थे जो 1975 क्रिकेट विश्व कप में उपविजेता रही थी। वह साथी तेज गेंदबाज डेनिस लिली के सलामी जोड़ीदार थे। उनकी जोड़ी टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे खतरनाक जोड़ी में से एक थी।