उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) के पिच क्यूरेटर शिवकुमार ने कहा, 'धोनी के पास पिच पढ़ने की अद्भुत कला रही है। वास्तव में वह पिच के तकनीकी पहलुओं पर बात करते थे। मसलन पिच पर आखिरी बार पानी कब दिया गया। पिच की नमी का स्तर क्या है। पिच पर ग्रास रूट्स कितने पुराने है। यहां तक कि उन्हें पिच की मिट्टी के घनत्व के बारे में खासा ज्ञान रहा है।'
पिच क्यूरेटर ने कहा, 'धोनी मैच से पहले सिर्फ दो बार पिच का मुआयना करते थे। एक बार नेट के दौरान जब पिच को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया चल रही होती थी और एक बार टॉस के लिए जाने से पहले वह पिच को बारीकी से पढ़ते थे।'