धोनी ने माना ड्रेसिंग रूम में माहौल नहीं ठीक

शनिवार, 20 दिसंबर 2014 (16:26 IST)
ब्रिसबेन। भारतीय कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने आज खुलासा किया कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट के चौथे दिन ड्रेसिंग रूम का माहौल सहज नहीं था और शिखर धवन के पीछे हटने से पैदा हुए मतभेद के कारण भारत का प्रदर्शन प्रभावित हुआ।

धवन सुबह नेट सत्र के दौरान कलाई में गेंद लगने के कारण दिन की शुरुआत से ही अपनी पारी को कल से आगे नहीं बढ़ा पाए जिसके कारण विराट कोहली को बेहद कम समय के नोटिस पर बल्लेबाजी के लिए आना पड़ा। भारत इसके बाद दूसरी पारी में 224 रन पर ढेर हो गया और ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ 128 रन का लक्ष्य मिला जिससे, उसने छ: विकेट गंवाकर हासिल कर लिया।
 
 धोनी ने कहा कि हमें लगा कि शिखर को गेंद लगी है लेकिन वे बल्लेबाजी कर पाएगा मगर ऐसा नहीं हुआ। आपने देखा कि वे बल्लेबाजी करने देर से गया लेकिन इस तरह की स्थिति में ड्रेसिंग रूम में कुछ असहज स्थिति पैदा हो जाती है और ड्रेसिंग रूम के धैर्य को नुकसान पहुंचता है। मौखिक तौर पर समस्या को सुलझाने में काफी देर हो चुकी थी। धोनी ने कहा कि कोहली को मैदान पर उतरने के लिए खुद को तैयार करने के लिए 10 मिनट से भी कम समय मिला।

भारतीय कप्तान ने कहा कि इसमें काफी देर हो गई थी और हम विराट को बल्लेबाजी करने के लिए जाने के लिए सिर्फ पांच से 10 मिनट का समय ही दे पाए। हम इससे बेहतर तरीके से निपट सकते थे।

धोनी ने साथ ही मिशेल जॉनसन के खिलाफ शॉर्ट गेंद फेंकने की रणनीति का भी बचाव किया। जॉनसन ने पहली पारी में 88 रन बनाए। उन्होंने कहा कि मुझे उस समय लगा कि वह अभी-अभी बल्लेबाजी के लिए उतरा है और वह ऐसा खिलाड़ी है जो बल्लेबाजी कर सकता है इसलिए यह महत्वपूर्ण था कि कुछ बाउंसर का इस्तेमाल किया जाए। हमें बाउंसर पर कुछ विकेट मिले और हमारे पास अब ऐसे गेंदबाज हैं जो इन हालात का फायदा उठा सकते हैं। सभी तीनों गेंदबाज अच्छी गति के साथ गेंदबाजी कर सकते हैं। भारतीय टीम ने जॉनसन को जल्द आउट करने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। इस दौरान शाब्दिक जंग जारी रही जिससे श्रृंखला के बाकी मैचों में और अधिक आक्रामक रवैए की पृष्ठभूमि तैयार हो गई है।

धोनी ने कहा कि जब तक वे एक-दूसरे को अपशब्द नहीं कहें और हद पार नहीं करें तब तक यह ठीक है क्योंकि काफी बच्चे और उम्रदराज लोग भी मैच देखते हैं। अगर कुछ सीमाओं में होता है तो मुझे इससे कोई परेशानी नहीं है। आपको मैच में थोड़ी आक्रामकता की भी जरूरत होती है क्योंकि इससे दर्शकों का मनोरंजन होता है। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें