सीएसके की वेबसाइट के अनुसार चावला ने कहा, माही भाई एकाग्रचित होकर अभ्यास कर रहे थे। उन्होंने उसी गंभीरता से बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग की जैसे वह मैचों में करते हैं। टीम के एक अन्य लेग स्पिनर कर्ण शर्मा ने कहा कि सीएसके कप्तान के उत्साह ने टीम के अन्य सदस्यों के लिए प्रेरणा का काम किया।
उन्होंने कहा, माही भाई हर दिन नेट्स पर दो या तीन घंटे बल्लेबाजी करते थे। वह जिस तरह से गेंद को हिट कर रहे थे उसे देखते हुए कोई नहीं कह सकता था कि वह लंबे विश्राम के बाद वापसी कर रहे हैं। वह जिस तरह से अभ्यास कर रहे थे वह हम सभी के लिए बड़ी प्रेरणा थी।
बालाजी ने कहा, धोनी नैसर्गिक खिलाड़ी और बेहद फिट हैं। ऐसा नहीं लग रहा था कि वह खेल से बाहर रहे थे। वह जिस तरह से अभ्यास कर रहे थे, बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग कर रहे थे और टीम को समय दे रहे थे, उससे साफ था कि उनकी निगाहें नए सत्र पर टिकी हैं।