नियमित विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के आईपीएल में चोटिल हो जाने और इस टेस्ट से बाहर हो जाने के कारण कार्तिक को इस टेस्ट के लिए भारतीय टीम में जगह मिली है। कार्तिक ने अपना पदार्पण टेस्ट नवंबर 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुंबई के खिलाफ खेला था और अपने करियर के 23 टेस्टों में आखिरी टेस्ट उन्होंने जनवरी 2010 में चटगांव में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था।
आठ साल बाद टेस्ट टीम में अपनी वापसी के बारे में पूछे जाने पर कार्तिक ने हंसते हुए कहा, मुझसे यह सवाल कई बार पूछा जा चुका है। टेस्ट टीम में होना अच्छा लगता है लेकिन वापसी जैसे शब्द कई बार मुश्किल हो जाते हैं। लेकिन मैं इतना ही कहना चाहूंगा कि भारतीय टेस्ट टीम में लौटना अच्छा लगता है। टेस्ट टीम का हिस्सा होना हमेशा मेरा सपना रहा है और मैं उन लोगों को धन्यवाद करना चाहता हूं जो इतने वर्षों में हमेशा मेरे साथ खड़े रहे।
कार्तिक ने साथ ही कहा, मुझे लगता है कि मैं पहले इतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया था और मेरे प्रदर्शन में निरंतरता नहीं थी। काफी कड़ी प्रतिस्पर्धा थी, महेंद्र सिंह धोनी मौजूद थे, वे भारत के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट कप्तानों में से एक थे, इसलिए ऐसा नहीं है कि मैंने अपना स्थान किसी सामान्य क्रिकेटर को गंवाया था। धोनी विशेष क्रिकेटर हैं और मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं।
विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा, मुझे खुद से ईमानदार रहना चाहिए और मैं मानता हूं कि मैंने ऐसा प्रदर्शन नहीं किया जिससे टीम में मेरा स्थान बना रहे। मुझे अब एक और मौका मिला है और मुझे लगता है कि मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा। (वार्ता)