एकता बिष्ट ने 4 साल की उम्र से शुरू किया क्रिकेट

मंगलवार, 4 जुलाई 2017 (19:50 IST)
देहरादून। इंग्लैंड में चल रहे महिला क्रिकेट विश्वकप में पाकिस्तान के खिलाफ अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली अल्मोड़ा निवासी एकता बिष्ट और उत्तरकाशी निवासी मानसी जोशी ने क्रमशः चार और आठ साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था।
             
एकता बिष्ट की माता श्रीमती तारा बिष्ट ने बताया कि एकता उनके तीन बच्चों में सबसे छोटी है। एकता चार वर्ष की उम्र से क्रिकेट खेल रही है। उन्होंने बताया कि वह हेमवती नन्दन बहुगुणा स्टेडियम, अल्मोड़ा में अभ्यास करती है।
              
मानसी जोशी की माता श्रीमती शांति जोशी ने भी बताया कि मानसी उनके तीन बच्चों में सबसे बड़ी है। मानसी जब 8 साल की थी तब से वह क्रिकेट खेलती है। प्रारंभ में मानसी ने तीन वर्षों तक रूड़की में अभ्यास किया और पिछले तीन वर्षों से मानसी सेंट जोसफ स्कूल में क्रिकेट का अभ्यास कर रही है।
        
पाकिस्तान के खिलाफ लेफ्ट आर्म स्पिनर एकता ने गज़ब की गेंदबाजी करते हुए मात्र 18 रन पर पांच विकेट हासिल किए। उनके करियर में यह दूसरा मौका था, जब उन्होंने एक पारी में पांच विकेट निकाले। एकता ने अपने करियर की शुरुआत जुलाई 2011 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेस्टरफील्ड में एकदिवसीय मैच से की थी। 
        
31 साल की एकता का एकमात्र टेस्ट इंग्लैंड के खिलाफ अगस्त 2014 में रहा। लेफ्ट आर्म स्पिनर एकता 43 वनडे में 68 विकेट, 36 टी-20 में 45 विकेट और एकमात्र टेस्ट में तीन विकेट ले चुकी हैं।
 
मध्यम तेज गेंदबाज 23 वर्षीय मानसी ने अब तक छह वनडे खेले हैं और पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने मात्र नौ रन पर दो विकेट हासिल किए। मानसी ने अपना एकदिवसीय करियर इसी साफ फरवरी में कोलंबो में आयरलैंड के खिलाफ शुरू किया था।
               
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य की इन दोनों बेटियों के उज्ज्‍वल भविष्य की कामना की है। उन्होंने फोन पर इन बेटियों की मां से बात कर उनकी बेटियों द्वारा किए गए शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें बधाई दी है।
              
मुख्यमंत्री ने राज्य की दोनों बेटियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। राज्य सरकार द्वारा राज्य में खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए कार्य किया जा रहा है, जिससे उत्तराखंड की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मंच उपलब्ध हो सके।  (वार्ता)

वेबदुनिया पर पढ़ें