इंग्लैंड के कप्तान चाहते तो पारी घोषित कर के भारतीय सलामी बल्लेबाजों पर दबाव बना सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। यही नहीं बेस और लीच ने भी इसके बाद तेज खेल नहीं दिखाया जो यह इशारा करता है कि इंग्लैंड ऑल आउट होए बिना भारत की बल्लेबाजी नहीं देखना चाहता।