INDvsENG विशाखापत्तनम में दूसरे टेस्ट के लिए पिच की प्रकृति आरजीआई स्टेडियम में इस्तेमाल की गई पिच से पूरी तरह से अलग नहीं हो सकती है और इसने टीम को वापसी दिलाने की जिम्मेदारी भारतीय बल्लेबाजों के कंधों पर डाल दी है।शीर्ष अधिकारी ऐसी पिच नहीं बनवाना चाहेंगे जो पूरी तरह से तैयार नहीं हो।
नैसर्गिक रूप से यह पिच बल्लेबाजी के मुफीद रही है और थोड़ी सी मदद तेज गेंदबाजों को भी मिली है। रोहित शर्मा इस मैदान पर शतक भी जड़ चुके हैं। कल की पिच में हैदराबाद की पिच से ज्यादा बदलाव शायद ही दिखे। हैदराबाद की ही तरह विशाखापटनम भी भारत के लिए एक अजेय किला रहा है। हालांकि भारत ने इस मैदान पर सिर्फ 2 मैच खेले हैं। हैदराबाद की ही तरह विशाखापटनम में टॉस बेहद अहम होने वाला है।
पहला टेस्ट गंवाने के बाद भारत को शुक्रवार से शुरू हो रहे दूसरे क्रिकेट टेस्ट में इंग्लैंड की बेखौफ Bazball शैली का सामना करने के लिये बेहतर रणनीति के साथ उतरना होगा जबकि उसके प्रमुख खिलाड़ी भी चोट के कारण बाहर हैं।
अपनी धरती पर काफी मजबूत भारतीय टीम को हैदराबाद में पहले टेस्ट में पराजय झेलनी पड़ी। उसके बाद रविंद्र जडेजा और केएल राहुल के चोट के कारण बाहर होने से उसका काम और मुश्किल हो गया है।
तीन साल पहले भी भारतीय टीम को इन्हीं हालात से दोचार होना पड़ा था जब चेन्नई में पहले टेस्ट में उसे इंग्लैंड ने हराया था लेकिन वापसी करके भारत ने श्रृंखला जीती थी। दोहरा शतक जड़ने वाले जो रूट की कप्तानी वाली वह टीम हालांकि अलग थी और इस बार भारत को वापसी करने के लिये इंग्लैंड की ऐसी टीम को हराना होगा जिसने टेस्ट क्रिकेट खेलने के मानदंड ही बदल दिये हैं। हैदराबाद में पहली पारी में 190 रन से पिछड़ने के बाद उसने आक्रामक खेल की अपनी बैजबॉल शैली से वापसी करके 28 रन से मैच जीता।
ओली पोप ने स्वीप और रिवर्स स्वीप की ढाल बनाकर भारतीय फिरकी आक्रमण को बखूबी झेला जिससे रोहित शर्मा और उनकी टीम हैरान रह गई। पोप के आगे भारत का विख्यात स्पिन आक्रमण बौना साबित हो गया।दूसरे टेस्ट में भारत के पास जडेजा नहीं होंगे और 500 टेस्ट विकेट से चार विकेट दूर रविचंद्रन अश्विन को बेहतर प्रदर्शन करना होगा। इसके साथ ही अक्षर पटेल को भी विकेट लेने तथा रनों पर रोक लगाने के नये तरीके तलाशने होंगे।
भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने पहले मैच मे मिली हार के बाद कहा था , यह जरूरी है कि हम सही रणनीति के साथ उतरे और प्रदर्शन अधिक अनुशासित हो।उन्होंने कहा , मुझे लगता है कि हम रणनीति पर अमल नहीं कर सके। ओली पोप ने बेहतरीन प्रदर्शन किया लेकिन उम्मीद है कि अगले मैच में हम रणनीति पर बेहतर अमल करेंगे और वह कोई गलती करेगा।
जडेजा की गैर मौजूदगी में कुलदीप यादव खेल सकते हैं और यह देखना होगा कि भारत जसप्रीत बुमराह के रूप में एक तेज गेंदबाज के साथ उतरता है या वॉशिंगटन सुंदर के रूप में एक और स्पिनर को उतारता है। बायें हाथ के स्पिनर सौरभ कुमार को भी टीम में जगह दी गई है।भारतीय बल्लेबाजों को भी पहले टेस्ट में नये स्पिनर टॉम हार्टली ने परेशान किाया। दूसरी पारी में सिर्फ रोहित आत्मविश्वास से भरे दिखे जबकि शुभमन गिल समेत युवा ब्रिगेड ने निराश किया । गिल को रक्षात्मक खेल का खामियाजा उठाना पड़ा।
तीसरे टेस्ट में विराट कोहली की वापसी होगा जिससे गिल और श्रेयस अय्यर पर अच्छे प्रदर्शन का काफी दबाव होगा। केएल राहुल की जगह रजत पाटीदार खेल सकते हैं। घरेलू क्रिकेट में काफी रन बनाने के बाद आखिरकार सरफराज खान को चयनकर्ताओं ने मौका दिया है और वह पदार्पण को बेताब होंगे।
दूसरी ओर इंग्लैंड के पास 2 . 0 से बढत बनाने का सुनहरा मौका है। बेन स्टोक्स ने बेहतरीन कप्तानी का नमूना पेश करते हुए अपने संसाधनों का बखूबी इस्तेमाल किया।युवा स्पिनर हार्टली को पहली पारी में अतिरिक्त स्पैल देना उनका मास्टर स्ट्रोक रहा। इंग्लैंड के लिये चिंता का विषय अनुभवी स्पिनर जैक लीच का चोटिल होना है ।युवा आफ स्पिनर शोएब बशीर को उनकी जगह उतारा जा सकता था लेकिन वह भी उपलब्ध नहीं हैं।इंग्लैंड का मध्यक्रम चिंता का विषय है क्योंकि यह लंबी सीरीज है और हर बल्लेबाज को अपनी छवि के अनुरूप प्रदर्शन करना होगा। जेम्स एंडरसन पर भी कल के मैच में नजरें होगी क्योंकि यह उनका छठा भारत दौरा है।
टीमें :
भारत : रोहित शर्मा ( कप्तान ), शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, श्रेयस अय्यर, केएस भरत, ध्रुव जुरेल, रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार, जसप्रीत बुमराह, आवेश खान, रजत पाटीदार, सरफराज खान, वॉशिंगटन सुंदर, सौरभ कुमार