चैंपियंस ट्रॉफी 2017 : इंग्लैंड को रौंदकर पाकिस्तान फाइनल में

बुधवार, 14 जून 2017 (23:19 IST)
कार्डिफ। हसन अली (35 रन पर तीन विकेट) की अगुवाई में तेज गेंदबाजों के तूफानी प्रदर्शन के दम पर पाकिस्तान ने मेजबान इंग्लैंड को बुधवार को एकतरफा अंदाज में 8 विकेट से रौंदकर पहली बार आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में प्रवेश कर लिया।
 
पाकिस्तान ने खिताब के प्रबल दावेदार माने जा रहे और ग्रुप चरण में अपराजय रहे इंग्लैंड को 49.5 ओवर में 211 रन पर ढेर करने के बाद 37.1 ओवर में दो विकेट पर 215 रन बनाकर जबरदस्त जीत हासिल की। पाकिस्तान का 18 जून को होने वाले फाइनल में गत चैंपियन भारत और बंगलादेश के बीच दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से मुकाबला होगा। चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में यह पहली बार होगा जब एशिया की दो टीमें फाइनल में भिड़ेंगी।
 
टूर्नामेंट की शुरुआत में भारत से अपना पहला मैच गंवाने के बाद पाकिस्तान ने शानदार वापसी की और दक्षिण अफ्रीका तथा श्रीलंका को पीटने के बाद सेमीफाइनल में इंग्लैंड की मजबूत टीम को धो डाला। छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए अजहर अली (76) और फखर जमां (57) ने पहले विकेट के लिए 21.1 ओवर में 118 रन जोड़कर लक्ष्य को और भी आसान बना दिया। अजहर ने 100 गेंदों की अपनी पारी में पांच चौके और एक छक्का लगाया जबकि फखर ने मात्र 58 गेंदों पर 57 रन में सात चौके और एक छक्का ठोक डाला।
 
पाकिस्तान का दूसरा विकेट 173 के स्कोर पर गिरा, लेकिन तब तक लक्ष्य सामने दिखाई दे रहा था और पाकिस्तानी समर्थकों ने जश्न मनाना भी शुरू कर दिया था। इंग्लैंड के समर्थक लगातार निराश और खामोश होते चले गए। इंग्लैंड का तीसरी बार फाइनल में पहुंचने और पहली बार खिताब जीतने का सपना चकनाचूर हो गया।
 
बाबर आजम ने 45 गेंदों पर दो चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 38 और मोहम्मद हफीज ने 21 गेंदों पर तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 31 रन बनाकर पाकिस्तान को 77 गेंद शेष रहते यादगार जीत दिला दी। हफीज ने टीम के लिए विजय चौका मारा।
 
इससे पहले तेज गेंदबाज हसन अली की अगुवाई में गेंदबाजों के दमदार प्रदर्शन से पाकिस्तान ने मेजबान इंग्लैंड को 49.5 ओवर में 211 रन के मामूली स्कोर पर निपटा दिया था। पाकिस्तान के तेज गेंबाजों ने मैच में जबरदस्त प्रदर्शन किया। हसन अली ने 35 रन पर तीन विकेट, जुनैद खान ने 42 रन पर दो विकेट और रुम्मन रईस ने 44 रन पर दो विकेट लेकर इंग्लैंड का पुलिंदा बांध दिया। लेग स्पिनर शादाब खान ने 40 रन पर एक विकेट लिया।
 
इंग्लैंड ने अच्छी शुरुआत के बाद मध्य ओवरों में जाते-जाते अपनी पकड़ गंवा दी। उसके बल्लेबाजों ने खुद पर इतना दबाव लाद लिया कि वे इससे बाहर नहीं निकल पाए। मैच से पहले उम्मीद थी कि मेजबान टीम अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए इस सेमीफाइनल में बड़ा स्कोर बनाएगी, लेकिन निर्णायक मौकों पर उसके बल्लेबाज बराबर गलतियां करते चले गए।
 
जॉनी बेयरस्टो और एलेक्स हेल्स ने इंग्लैंड को अच्छी शुरुआत देते हुए पहले विकेट के लिए 5.5 ओवर में 34 रन जोड़े । हेल्स 13 गेंदों में 13 रन बनाकर आउट हुए। रुम्मन रईस ने हेल्स का विकेट लिया। बेयरस्टो 57 गेंदों में चार चौकों की मदद से 43 रन बनाने के बाद हसन अली का पहला शिकार बने। बेयरस्टो का विकेट 80 के स्कोर पर गिरा। जो रूट 56 गेंदों में दो चौकों के सहारे 46 रन बनाने के बाद जब आउट तो इंग्लैंड को तगड़ा झटका लग गया जिससे वह फिर उबर नहीं पाया।
 
इंग्लैंड के साथ यही परेशानी रही कि उसके प्रमुख बल्लेबाजों ने जमने के बाद अपने विकेट गंवाए। कप्तान इयोन मोर्गन 53 गेंदों में चार चौकों की मदद से 33 और स्टार आलराउंडर बेन स्टोक्स 64 गेंदों में 34 रन बनाकर आउट हुए। हैरानी की बात रही कि स्टोक्स अपनी पारी में एक भी बॉउंड्री नहीं लगा पाए। हसन अली ने मोर्गन और स्टोक्स को भी अपना शिकार बनाया और चैंपियंस ट्रॉफी के एक संस्करण में सर्वाधिक विकेट लेने वाले पाकिस्तानी गेंदबाज बन गए।
 
जोस बटलर चार, मोईन अली 11, आदिल रशीद सात और लियाम प्लंकेट नौ रन बनाकर आउट हुए। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जुनैद खान ने बटलर और अली को निपटाया जबकि रईस ने प्लंकेट का विकेट भी लिया। इंग्लैंड ने दो विकेट पर 128 रन की बेहतर स्थिति के बाद अपने अंतिम आठ विकेट मात्र 83 रन जोड़कर गंवा दिए। (वार्ता)

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