उनके काम के लिए ब्रिटेन की महारानी ने उन्हें नाइट की पदवी से सम्मानित किया गया था। टॉम मूर के लिए पैदल चलना चुनौती था। उनकी हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी हुई है और स्किन कैंसर का इलाज भी हुआ था। खड़े होने के लिए वे वॉकिंग फ्रेम की मदद लेते थे, लेकिन उन्होंने पैदल चलकर यह साबित किया कि किसी लक्ष्य को पाने के लिए शारीरिक मुश्किलें कभी बाधा नहीं बन सकती हैं।A message from our Test captain Joe Root following the sad passing of Captain Sir Tom Moore. pic.twitter.com/nDcMR4lCF5
— England Cricket (@englandcricket) February 3, 2021