रांची टेस्ट से पहले खुद से नाराज़ हैं Shubman Gill, जानें Press Conference में क्या कहा

WD Sports Desk

बुधवार, 21 फ़रवरी 2024 (18:25 IST)
Shubman Gill Press Conference Hindi News IND vs ENG Test : शीर्ष क्रम के बल्लेबाज शुभमन गिल का मानना है कि भले ही पिचें भारतीय तेज गेंदबाजों के पूरी तरह से पक्ष में नहीं रही हों लेकिन महत्वपूर्ण मौकों पर विकेट झटकने की उनकी काबिलियत ने इंग्लैंड के खिलाफ Test Series में काफी अंतर पैदा किया।
 
Ravichandran Ashwin (11 विकेट), Ravindra Jadeja (12 विकेट), Kuldeep Yadav (आठ विकेट) और Axar Patel (पांच विकेट) इन सभी चार स्पिनरों ने मिलकर तीन टेस्ट में 36 विकेट चटकाए हैं लेकिन भारतीय तेज गेंदबाज अभी तक 22 विकेट हासिल कर पाए हैं।
 
हालांकि विकेटों की संख्या भले ही स्पिनरों के पक्ष में हो लेकिन गिल ने कहा कि तेज गेंदबाजों ने परिस्थितियों के अनुसार अच्छी गेंदबाजी कर टीम को आगे बनाए रखा।
 
गिल ने शुक्रवार से शुरू होने वाले चौथे टेस्ट से पहले आयोजित मीडिया बातचीत के दौरान कहा, ‘‘हम भारत में जहां खेलें, विकेट स्पिनरों को थोड़ा मदद करते हैं। एश (अश्विन) भाई और जड्डू (जडेजा) भाई वैसे भी विकेट ले ही लेंगे लेकिन जिस तरह से हमारे तेज गेंदबाजों ने गेंदबाजी की है, उससे इस श्रृंखला में अंतर पैदा हुआ है। ’’
 
भारत हालांकि रांची टेस्ट में जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) के बिना होगा क्योंकि इस मुख्य तेज गेंदबाज को कार्यभार प्रबंधन के अंतर्गत आराम दिया गया है। उन्होंने अभी तक तीन टेस्ट में 17 विकेट झटके हैं और भारतीय गेंदबाजों में शीर्ष पर चल रहे हैं।
 
लेकिन गिल ने कहा कि अन्य तेज गेंदबाजों को पास भी इन हालात का काफी अनुभव है जिससे वे प्रभाव डाल सकते हैं जिसके लिए उन्होंने मोहम्मद सिराज  (Mohammed Siraj) का उदाहरण दिया जिन्होंने राजकोट में चार विकेट झटके थे।
 
गिल ने कहा, ‘‘जैसा कि मैंने विराट भाई के बारे में कहा है, अगर ‘बूम’ भाई जैसा गेंदबाज नहीं खेल रहा है तो किसी भी टीम को उसकी कमी खलेगी, विशेषकर तब जब वह हमारे तेज गेंदबाजी आक्रमण का अगुआ हो। लेकिन अगर आप देखें तो सिराज ने पिछले मैच में अहम मौके पर चार विकेट लिये थे। ’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मुझे लगता है कि सभी तेज गेंदबाजों के पास भारतीय परिस्थितियों का काफी अनुभव है, विशेषकर रिवर्स स्विंग गेंदबाजी का। ’’
 
गिल ने कहा कि Virat Koihli और Jasprit Bumrah जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की अनुपस्थिति युवा खिलाड़ियों के लिए बड़े मंच पर अपनी काबिलियत साबित करने का बेहतरीन मौका है।
 
उन्होंने सरफराज खान (Sarfaraz Khan ) का उदाहरण दिया जिन्होंने राजकोट में Debut Test में दो अर्धशतक जमाए।
 
गिल ने कहा, ‘‘विराट भाई पिछले तीन टेस्ट से हमारे साथ नहीं हैं, उनके जैसे दिग्गज खिलाड़ी की अनुपस्थिति से काफी असर पड़ता है। लेकिन मुझे लगता है कि सरफराज ने अच्छा खेल दिखाया। इसलिये मुझे लगता है कि खिलाड़ी मिले मौकों का अच्छा फायदा उठा रहे हैं। ’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘युवा खिलाड़ियों को विराट भाई या बुमराह भाई के नहीं होने से मौका मिला। इसलिये ये युवा जानते हैं कि यह मौका ज्यादा लंबे समय तक नहीं रहेगा इसलिये वे प्रत्येक मौके में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश कर रहे हैं। ’’
 
यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ऐसे ही खिलाड़ियों में से एक हैं जिसने मिले मौके का पूरा फायदा उठाया।
 
 
 अपनी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरने से मुझे निराशा हुई
 
 शुभमन गिल के सामने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला से पहले कुछ चुनौतियां थी, जिनमें फॉर्म में वापसी करना भी शामिल था क्योंकि अपनी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाने के कारण वह निराश थे।
 
गिल के लिए भारतीय बल्लेबाजी क्रम में तीसरे नंबर पर उतरना नया अनुभव था। उन्होंने इस नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए अभी तक पांच मैच की श्रृंखला के पहले तीन मैच में 252 रन बनाए हैं जिसमें विशाखापत्तनम में खेली गई 104 रन की पारी और राजकोट में बनाए गए 91 रन भी शामिल हैं।
 
गिल ने बुधवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘अपनी अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर पाना थोड़ा मुश्किल था। जब बाहर बैठे लोग इस बारे में बात करते हैं तो मुझ पर खास प्रभाव नहीं पड़ता लेकिन मैंने जो उम्मीदें खुद से लगाई थी उन पर खरा नहीं उतर पाने के कारण मैं थोड़ा निराश था।’’
 
उन्होंने कहा,‘‘आप निश्चित तौर पर खुद से कुछ अपेक्षाएं रखते हैं लेकिन मुझे नहीं लगता कि इससे मेरी मानसिकता बदली। मैं अब भी स्वयं से इस तरह की उम्मीदें रखता हूं। यह इस बात से जुड़ा है कि आप उन्हें कितनी जल्दी भूल पाते हैं और अगली चुनौती के लिए तैयार रहते हैं। एक बड़े खिलाड़ी और एक औसत खिलाड़ी के बीच यही अंतर होता है।’’
 
गिल ने कहा कि तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करना उनके लिए अलग तरह की चुनौती थी भले ही वह घरेलू मैचों में इस नंबर पर बल्लेबाजी कर चुके थे।

उन्होंने कहा,‘‘मैं भारत ए और रणजी ट्रॉफी के कुछ मैच में तीसरे और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की थी। यह ऐसा नहीं था जो मैंने पहले अपनी जिंदगी में नहीं किया हो। इसके लिए मैंने अपनी बल्लेबाजी में बहुत अधिक तकनीक बदलाव ही नहीं किये।’’
 
गिल ने कहा,‘‘लेकिन जब आप पारी की शुरुआत करते हो तो परिस्थितियां भिन्न होती हैं क्योंकि आपको सोचने का ज्यादा समय नहीं मिलता और टॉस के तुरंत बाद आपको बल्लेबाजी करनी होती है। आपको बल्लेबाजी में लय बनानी होती है।’’

उन्होंने कहा,‘‘लेकिन जब आप तीसरे या चौथे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे होते हैं तो आपको उस समय की परिस्थितियों के अनुसार खेलना पड़ता है। अगर एक दो विकेट जल्दी गिर गए तो आपको पारी संवारनी होती है। सलामी बल्लेबाज के रूप में आप अपने हिसाब से खेलते हैं लेकिन मध्यक्रम में आपको परिस्थितियों के अनुसार खेलना होता है।’’ (भाषा)

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