गुरु द्रविड़ के शिष्यों ने किया कमाल, कोच रहते जिताई यंगिस्तान को पहली टी-20 सीरीज

शुक्रवार, 19 नवंबर 2021 (23:09 IST)
राहुल द्रविड़ जब लॉर्ड्स के मैदान पर पहली बार भारत के लिए बल्लेबाजी करने आए तो अपना शतक कुछ रनों से चूक गए थे। लेकिन कोचिंग में यह गलती द्रविड़ से नहीं हुई। हालांकि यह कई बार कहा जाता है कि खिलाड़ी जितना अच्छा होता है वह कोच उतना अच्छा नहीं होता। लेकिन राहुल द्रविड़ ने शुरुआत में कोचिंग में भी परिपक्वता दिखाई और न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।  
 
टी-20 विश्वकप 2021 में लचर प्रदर्शन के कारण भारत सेमीफाइनल से पहले ही बाहर हो चुका था। इस कारण सभी फैंस को सिर्फ राहुल द्रविड़ से उम्मीद थी कि वह टीम इंडिया का कायापलट करेंगे। शुरुआत में तो यह दिख रहा है क्योंकि भारत 3 मैचों की टी-20 सीरीज के पहले 2 मैच जीतकर अब तीसरे टी-20 की तैयारी करेगा।  
 
राहुल द्रविड़ की कोचिंग में खिलाड़ी कैसा खेलेंगे इस बात की उत्सुकता सिर्फ फैंस को नहीं बल्कि खिलाड़ियों को भी थी। सूर्यकुमार यादव जो उनको गुरु मानते हैं काफी पहले कह चुके थे कि वह उनसे काफी कुछ सीखना चाहते हैं। वह श्रीलंका दौरे पर राहुल द्रविड़ की कोचिंग का लाभ ले चुके हैं जब वरिष्ठ खिलाड़ियों वाली टीम इंग्लैंड के दौरे पर थी।   
वैसे तो राहुल द्रविड़ के कार्यकाल से पहले ही उनकी कोचिंग में टीम श्रीलंका से एक टी-20 सीरीज हार चुकी है लेकिन उसमें आधे से ज्यादा खिलाड़ी कोरोना संक्रमित हो गए थे। वह हार की एक बड़ी वजह बना था। वहीं उस समय राहुल द्रविड़ स्थायी कोच भी नहीं थे सिर्फ एक दौरे के लिए उनको टीम के साथ भेजा गया था।  
 
वैसे तो केएल राहुल और रोहित शर्मा ने भी इन 2 टी-20 मैचों में कमाल का प्रदर्शन किया है लेकिन गुरु राहुल द्रविड़ के इन नए नवेले शिष्यों ने कमाल का प्रदर्शन कर ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है।  
सूर्यकुमार यादव- जयपुर में खेले गए पहले टी-20 में किसी बल्लेबाज की बल्लेबाजी देखने लायक थी तो वह सूर्यकुमार यादव की। सूर्यकुमार यादव ने बुधवार को यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में अपने पसंदीदा तीसरे स्थान पर बल्लेबाजी करते हुए 40 गेंदों में 62 रन की पारी खेली इसमें 6 चौके और 3 छक्के शामिल थे। 
 
हर्षल पटेल-  रांची में खेले गए दूसरे टी-20 मैच में न्यूजीलैंड पहले 6 ओवरों में 64 रन बना चुका था। हर्षल पटेल को हालांकि अपने पहले टी-20 अंतरराष्ट्रीय विकेट के लिए काफी इंतजार करना पड़ा लेकिन उन्होंने भारतीय टीम को दो महत्वपूर्ण सफलताएं दिलाई। टी-20 विश्वकप में भारत के खिलाफ आक्रमाक खेल दिखाने वाले डेरेल मिचेल को हर्षल पटेल ने 31 के स्कोर पर आउट कर पवैलियन की राह दिखाई।

इसके बाद उन्होंने जो विकेट लिया उस से न्यूजीलैंड का स्कोर 20-25 रन कम हो गया। 3 छक्के और 1 चौका लगा चुके ग्लेन फिलिप को उन्होंने 34 रनों के निजी स्कोर पर आउट किया और यह सुनिश्चित किया कि भारत को बहुत बड़ा स्कोर का पीछा नहीं करना पड़े।अपने 4 ओवरों के स्पैल में हर्षल पटेल ने 2 विकेट लेने के अलावा सिर्फ 25 रन दिए।   
वैंकटेश अय्यर- पहले टी-20 मैच में वैंकटेश को बहुत ही नाजुक मौके पर बल्लेबाजी मिली थी। वह दो गेंद खेलकर 4 रन बना पाए और आउट हो गए हालांकि उनके चौके ने टीम इंडिया को जीत के करीब ला खड़ा किया। 
 
दूसरे टी-20 मैच में हालांकि उनको सूर्यकुमार यादव के सस्ते में आउट हो जाने के बाद रोहित शर्मा ने क्रीज पर भेजा। इस वक्त अय्यर को ज्यादा कुछ करने की जरुरत नहीं थी लेकिन फिर भी उन्होंने 11 गेंदो में 2 चौकों की मदद से 12 रन बनाए। हो सकता है तीसरे टी-20 में उनके बल्ले से बड़ी पारी निकलनी बाकी हो।

यही नहीं अंतिम टी-20 में गुरु द्रविड़ बाकी के बचे शिष्यों को भी मौका दे सकते हैं और मेधावी छात्र अपने टीचर को खुश करने के लिए बेहतरीन खेल दिखाने के लिए आतुर हैं।(वेबदुनिया डेस्क)

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