राहुल द्रविड़ जब लॉर्ड्स के मैदान पर पहली बार भारत के लिए बल्लेबाजी करने आए तो अपना शतक कुछ रनों से चूक गए थे। लेकिन कोचिंग में यह गलती द्रविड़ से नहीं हुई। हालांकि यह कई बार कहा जाता है कि खिलाड़ी जितना अच्छा होता है वह कोच उतना अच्छा नहीं होता। लेकिन राहुल द्रविड़ ने शुरुआत में कोचिंग में भी परिपक्वता दिखाई और न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
राहुल द्रविड़ की कोचिंग में खिलाड़ी कैसा खेलेंगे इस बात की उत्सुकता सिर्फ फैंस को नहीं बल्कि खिलाड़ियों को भी थी। सूर्यकुमार यादव जो उनको गुरु मानते हैं काफी पहले कह चुके थे कि वह उनसे काफी कुछ सीखना चाहते हैं। वह श्रीलंका दौरे पर राहुल द्रविड़ की कोचिंग का लाभ ले चुके हैं जब वरिष्ठ खिलाड़ियों वाली टीम इंग्लैंड के दौरे पर थी।