नई दिल्ली। धुरंधर बल्लेबाज गौतम गंभीर ने दक्षिण अफ्रीका के आगामी दौरे को टीम इंडिया के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण बताते हुए शुक्रवार को कहा कि आप नंबर 1 तभी हो जब आप विदेशी जमीन पर जीत हासिल करते हो।
गंभीर ने भारतीय कप्तान विराट कोहली के विश्राम मांगने के मुद्दे और आगामी दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विदेशी जमीन पर जीतना आपकी असली परीक्षा है। विदेशी दौरे पर ही खिलाड़ियों का सही आकलन हो पाता है और जब आप विदेशी दौरों में जीतते हैं तभी आपके नंबर 1 बनने की सार्थकता है। ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम ने भारत को भारत में हराया था और दूसरे देशों को भी उनके घर में जाकर पराजित किया था। भारत को भी ऐसी ही आदत डालनी होगी।
एडवांस्ड हेयर स्टूडियो के 3 साल से ब्रांड एम्बेसेडर चले आ रहे गंभीर ने इस कंपनी के एक नए उत्पाद को लांच करने के बाद कहा कि भारत के लिए अगले 2 साल बहुत महत्वपूर्ण हैं, जब उसे दक्षिण अफ्रीका के बाद इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है, जो विश्व की नंबर 1 टीम के लिए बहुत ही चुनौतीपूर्ण होगा। उन्होंने साथ ही कहा कि वैसे टीम इंडिया अभी जो प्रदर्शन कर रही है उसकी हमें सराहना करनी चाहिए और उसका भी आनंद उठाना चाहिए।
कप्तान विराट के दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले श्रीलंका के खिलाफ सीरीज रखने के औचित्य पर सवाल उठाने को सही ठहराते हुए बाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा कि जब भी आप किसी बड़े दौरे के लिए जाते हैं तो आपको उसकी तैयारी के लिए समय मिलना चाहिए। इससे आप बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में खुद को बेहतर ढंग से तैयार कर सकते हैं।
गंभीर ने साथ ही कहा कि दक्षिण अफ्रीका दौरे की तैयारी के लिए कुछ खिलाड़ियों को पहले से ही वहां भेजा जा सकता है, जो कि श्रीलंका के खिलाफ वनडे और ट्वंटी-20 टीम का हिस्सा नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 में कुछ खिलाड़ियों को सीरीज शुरू होने से पहले दक्षिण अफ्रीका की परिस्थितियों से अभ्यस्त होने के लिए वहां भेजा गया था, क्योंकि सब जानते हैं कि विदेशी जमीन पर चुनौतियां अलग हैं और वहां अच्छा प्रदर्शन करना एक अलग ही मजा देता है।
पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंधों को शुरू करने के मुद्दे पर गंभीर ने दोटूक शब्दों में कहा कि इसका फैसला खिलाड़ी नहीं, सरकार को करना है। सरकार जो फैसला करेगी, खिलाड़ी उसका पालन करेंगे। वैसे भी अब यह राजनीतिक फैसला बन गया है।
भारतीय क्रिकेटरों की वेतन वृद्धि की मांग को सही ठहराते हुए गंभीर ने कहा कि जब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड पैसा कमा रहा है तो उसमें यदि खिलाड़ियों को भी हिस्सा मिलता है तो उसमें कोई बुराई नहीं है। उल्लेखनीय है कि कप्तान विराट, पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और कोच रवि शास्त्री ने गुरुवार को ही प्रशासकों की समिति (सीओए) के अध्यक्ष विनोद राय से वेतन बढ़ाने और खिलाड़ियों के विश्राम जैसे मुद्दे पर चर्चा की थी जिस पर राय ने सहमति जताई थी।
दिल्ली की रणजी टीम के नॉकआउट क्वार्टर फाइनल में पहुंचने पर खुशी जताते हुए इस टीम के ओपनर गंभीर ने कहा कि अब मध्यप्रदेश के खिलाफ हमारे सामने बड़ा मैच आने वाला है। ग्रुप मैच में तो थोड़ी गलतियां चल जाती थीं लेकिन इस नॉकआउट मुकाबले में गलती की कोई गुंजाइश नहीं है, क्योंकि इस बार आप बाहर हो सकते हैं। टीम में कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं, जो पहली बार नॉकआउट खेल रहे हैं और उनके लिए यह मैच बड़ा मौका है। (वार्ता)