गंभीर ने आज अपने आवास पर साक्षात्कार में कहा, ‘अगर युवा खिलाड़ियों का बचाव करना अपराध है तो मैं दोषी हूं। अगर 20-22 साल के खिलाड़ी को असुरक्षित माहौल में सुरक्षा का अहसास दिलाना अपराध है तो मैं दोषी हूं। वह व्यक्ति (भास्कर) उन्मुक्त चंद और नितीश राणा जैसे युवा खिलाड़ियों के करियर से खेलता रहे और मैं चुप बैठा रहूं ऐसा नहीं हो सकता।’
भारत की तरफ से सभी प्रारूपों में कुल 242 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले गंभीर ने कहा, ‘ड्रेसिंग रूम में निजी माहौल होता है। यह बेडरूम की तरह होता है। वहां काफी चर्चाएं होती है और इसका जिक्र मीडिया से नहीं किया जाता। मैंने कभी नहीं कहा कि उन्होंने (भास्कर) हिमाचल से टी20 मैच हारने के बाद क्या कहा था या दिल्ली क्रिकेट को उन्होंने क्या दिया है और ये युवा खिलाड़ी इससे क्या हासिल कर रहे हैं। क्या आप युवाओं से इस तरह से निबटते हैं। ’