वर्ष 2007 में हुए ट्वंटी-20 विश्वकप के सर्वोच्च स्कोरर रहे गंभीर का मानना है कि क्रिकेटर्स बायोपिक के लायक नहीं है। यह पूछे जाने पर कि उन्हें भी अपने ऊपर एक बायोपिक फिल्म बनने की उम्मीद है, गंभीर ने कहा कि नहीं, कभी नहीं। मैं क्रिकेटरों के ऊपर बने बायोपिक फिल्म में विश्वास नहीं करता।
34 वर्षीय गंभीर ने कहा कि मेरा मानना है कि बायोपिक उन लोगों के ऊपर बनना चाहिए जिन्होंने एक क्रिकेटर से ज्यादा देश के लिए अपनी सेवाएं दी है। देश में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन्होंने एक क्रिकेटर से ज्यादा देश की भलाई के लिए काम किया है। इसलिए बायोपिक उन लोगों के ऊपर बनना चाहिए। दिल्ली के खिलाड़ी गंभीर का मानना है कि अब उन्हें दिल्ली से ज्यादा कोलकाता बॉय के नाम से पुकारा जाने लगा है।