बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा सीरीज के दूसरे मैच में रविवार को अपने पहले स्पैल में दूसरा और चौथा ओवर डालते हुए महज 7 रन दिए थे। इसके बाद पहले पॉवरप्ले में उनसे केवल एक और ओवर कराया गया। बुमराह ने पारी का 9वां ओवर डाला। गंभीर ने कहा कि उनकी समझ से परे है कि बुमराह को नई गेंद से केवल दो ओवर क्यों कराए गए।
गंभीर ने रविवार को मैच के बाद क्रिकइंफो के एक कार्यक्रम में कहा कि ईमानदारी से कहूं तो मुझे विराट की कप्तानी समझ नहीं आई। हम इस बारे में लगातार बात कर रहे हैं कि हमें अधिक से अधिक विकेट लेना होगा और हमें ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी लाइनअप का काट निकालना है, लेकिन विराट अपने महत्वपूर्ण गेंदबाज बुमराह से नई गेंद से दो ओवर ही करा रहे हैं। आमतौर पर एकदिवसीय मैच में 4-3-3 ओवरों के स्पैल होते हें और किसी गेंदबाज से अधिकतम एक स्पैल में चार ओवर करवाए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि अगर आप नई गेंद के साथ दो ओवर गेंदबाजी कराकर अपने प्रमुख तेज गेंदबाज को रोकते हैं तो मेरे लिए यह कप्तानी समझना मुश्किल है। यह टी-20 क्रिकेट नहीं है। भारत की हार हुई, क्योंकि खराब कप्तानी थी।
टीम चयन पर भी प्रश्न उठाते हुए गंभीर ने कहा कि वे वॉशिंगटन सुंदर या शिवम दूबे को एकदिवसीय में शामिल कर सकते थे। इससे पता चलता कि वे एकदिवसीय में कैसा प्रदर्शन करते हैं। अगर ये दोनों ऑस्ट्रेलिया में नहीं हैं तो यह कहीं न कहीं से टीम चयन में कमी दर्शाता है। जब तक हम किसी को मौका नहीं देंगे तो हमें पता कैसे लगेगा कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कितना बेहतर है।