India vs England Test Series : भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने यह स्पष्ट नहीं किया कि जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) पांच टेस्ट मैचों में से कौन से तीन में उपलब्ध रहेंगे, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ आगामी सीरीज के दौरान इस दिग्गज गेंदबाज तेज गेंदबाज की अनुपस्थिति में जिम्मेदारी संभालने के लिए गेंदबाजी इकाई में प्रतिभा की कमी नहीं है।
गंभीर ने कहा कि यह भी जरूरी नहीं कि बुमराह सिर्फ तीन ही टेस्ट मैच खेले।
पांच मैचों की इस टेस्ट सीरीज का आगाज 20 जून को लीड्स में होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने अभी यह तय नहीं किया है कि हम उसे कौन से तीन मैच खिलाना चाहते हैं।’’
गंभीर ने नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल (Shubman Gill) के साथ इंग्लैंड रवाना होने से पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी की जगह लेना हमेशा मुश्किल होता है, लेकिन हमारे पास प्रतिभावान गेंदबाज हैं।’’
भारतीय चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) ने इस दौरे के लिए टीम की घोषणा के दौरान बताया था कि मेडिकल टीम से मिले परामर्श के अनुसार 31 वर्षीय बुमराह सभी पांच टेस्ट मैचों में नहीं खेलेंगे।
गंभीर ने कहा, ‘‘ मैंने पहले भी चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) के दौरान कहा था कि इससे किसी और को खुद को साबित करने का मौका मिलता है और हमारे पास पर्याप्त प्रतिभा है। मुझे पता है कि वह एक बेहतरीन गेंदबाज है, लेकिन हमारे पास टीम में प्रतिभाशाली गेंदबाजों की कमी नहीं है।’’
गिल ने भी कहा कि टीम में ऐसे गेंदबाज हैं जो बुमराह की जगह लेकर भारत को टेस्ट मैच जिताने की क्षमता रखते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने पर्याप्त गेंदबाजों को चुना है और हमारे पास पर्याप्त तेज गेंदबाज हैं और हमारे तेज गेंदबाज किसी भी परिस्थिति में हमें टेस्ट मैच जिताने में सक्षम हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब आपके पास जसप्रीत बुमराह होते हैं तो यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप उन्हें कितने मैच खिलाते हैं। वह जब भी खेलेंगे तो यह हमारे लिए शानदार नजारा होगा। मुझे लगता है कि हमारे पास गेंदबाजों का शानदार मिश्रण है जो टीम के लिए काम कर सकते हैं।’’
गंभीर ने संकेत दिया कि बुमराह के खेलने का क्रम काफी हद तक इस बात पर निर्भर करेगा कि भारत सीरीज में किस स्थिति में है।
उन्होंने कहा, ‘‘ जाहिर है हम उनसे इस बारे में चर्चा करना चाहते हैं और यह काफी हद तक सीरीज के नतीजों पर निर्भर करेगा। यह इस बात पर निर्भर करेगा कि सीरीज किस दिशा में आगे बढ़ रही हैं। यह ऐसी चीज है जिसके बारे में मैं भी बहुत अच्छी तरह से समझता हूं और यह महत्वपूर्ण है।’’
गंभीर ने कहा कि भारत के कोच के तौर पर वह हमेशा दबाव में रहते है और इंग्लैंड का दौरा भी इससे अलग नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमेशा दबाव में रहता हूं, चाहे हमें अपने मुताबिक नतीजे मिलें या नहीं। आपने अगर मुझसे न्यूजीलैंड (सीरीज) के बाद यह सवाल पूछा होता तो मैं कहता, ‘हां, मैं दबाव में हूं।’ ऑस्ट्रेलिया (दौरे) के बाद मैं कहता, ‘हां, मैं दबाव में हूं’।’’
गंभीर ने कहा, ‘‘चैंपियंस ट्रॉफी के बाद भी मैं दबाव में था, क्योंकि कोच होने के नाते आप हमेशा अनुकूल परिणाम चाहते हैं। आप हर मैच में इस टीम का हिस्सा होते हैं और आप नतीजे चाहते हैं।’’
गिल ने कहा कि वह नेतृत्व की किसी खास शैली का पालन नहीं करना चाहते हैं, लेकिन उम्मीद है कि वह बल्लेबाज के तौर पर मिसाल कायम कर पायेंग।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोई खास शैली नहीं अपनाना चाहता। मुझे खिलाड़ियों से संवाद करना, उन्हें सुरक्षित महसूस कराना, उनकी कमजोरियों और ताकत के बारे में बात करना, उन्हें सहज महसूस कराना पसंद है। जब आप किसी टीम के कप्तान होते हैं तो यह बहुत महत्वपूर्ण होता है। खिलाड़ी तभी अपना 100 प्रतिशत दे सकते हैं, जब वे खुद को पूरी तरह सुरक्षित महसूस करें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ कप्तान के तौर पर आप हर मैच में अपने प्रदर्शन से उदाहरण पेश करना चाहते हैं।
गंभीर ने कहा कि करुण नायर (Karun Nair) का काउंटी क्रिकेट में खेलने का अनुभव और उनका हालिया फॉर्म इंग्लैंड में भारतीय टीम के लिए काम आएगा।
भारतीय कोच ने कहा, ‘‘करुण का अनुभव हमेशा काम आएगा। उन्होंने काउंटी क्रिकेट भी खेला है। वह वास्तव में अच्छी लय में हैं। उन्होंने इंडिया ए के लिए दोहरा शतक बनाया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम हालांकि किसी खिलाड़ी का आकलन एक या दो टेस्ट मैच के प्रदर्शन पर नहीं करेंगे। आप (मीडिया) ऐसा कर सकते है लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि मुझे लगता है कि अगर किसी ने बहुत सारे रन बनाए हैं तो उसे इस स्तर पर भी खुद को साबित करने के लिए ज्यादा मौके मिलने चाहिए।’’ (भाषा)