गंभीर ने किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मैच में सुनील को ओपनिंग में उतारा था, जिन्होंने मात्र 18 गेंदों में 37 रन ठोके और कप्तान के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 76 रन ठोक डाले। मैच में आठ विकेट की जीत के बाद गंभीर ने कहा, बहुत सारे लोगों ने सुनील की बल्लेबाजी को कम आंका था। सुनील का टीम में होना एक विशेष बात है। वे कमाल के खिलाड़ी हैं जो जबरदस्त गेंदबाजी करते हैं और गेंद को भी हिट कर सकते हैं।
गंभीर ने कहा नारायण का टीम में होना ही अपने आप में खास है क्योंकि हमें पता है कि हमारे पास ऐसा खिलाड़ी है जो गेंद से भी अच्छा करेगा और रन भी बना सकता है। बहुत से बल्लेबाजों को उनकी बल्लेबाजी देखकर गर्व होगा। उनके कुछ शॉट्स तो बस कमाल के थे और मेरे हिसाब से छक्के लगाने के लिए तो मुझे सुनील से सीखना पड़ेगा।
कप्तान ने साथ ही कहा कि यदि उनका यह कदम आगे सफल रहा तो वह सुनील को अपने साथ ओपनिंग में देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा, यदि यह ठीक रहा तो मैं सुनील को ओपनिंग में देखना चाहता हूं। जब वह आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करते थे तो उन्हें ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिलता था। यदि यह कदम सही चला तो मैं आगे भी इसे जारी रखूंगा। हमारी टीम में आक्रामक बल्लेबाज हैं और सुनील के आने से यह और मजबूत हो गया है।
वहीं नारायण ने कहा, मुझे ओपनिंग में बल्लेबाजी दिए जाने से मैं खुलकर शॉट्स खेल सका। मैंने नेट पर काफी समय भी बिताया। जब मुझे ओपनिंग में बल्लेबाजी के लिए कहा, गया तो मेरे लिए यह एक मौका था। मुझे गंभीर के साथ बल्लेबाजी करने पर काफी मजा आया। मैं जिस तरह की शुरुआत चाहता था, वैसी ही की। (वार्ता)