भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने अपनी टीम से अपने कम्फर्ट जोन (सहज स्थिति) से बाहर निकलने और संन्यास ले चुके स्टार खिलाड़ियों विराट कोहली, रोहित शर्मा तथा आर अश्विन की अनुपस्थिति में इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट श्रृंखला को यादगार बनाने को कहा।
भारत 2007 के बाद इंग्लैंड में अपनी पहली श्रृंखला जीतने के इरादे से उतरेगा। दोनों टीम के बीच पांच मैच की टेस्ट श्रृंखला 20 जून को लीड्स में पहले टेस्ट के साथ शुरू होगी।
गंभीर ने BCCI.TV से अश्विन, रोहित और कोहली के हाल ही में संन्यास का जिक्र करते हुए कहा, इस दौरे को देखने के दो तरीके हैं। एक तो यह कि हम अपने तीन सबसे अनुभवी खिलाड़ियों के बिना हैं या हमें देश के लिए कुछ खास करने का यह अभूतपूर्व अवसर मिला है।
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा कि वह शुभमन गिल की अगुआई वाली मौजूदा टीम में कुछ खास हासिल करने के लिए जुनून और प्रतिबद्धता महसूस कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, जब मैं इस समूह को देखता हूं तो मुझे कुछ खास करने की भूख, जुनून और प्रतिबद्धता दिखती है। अगर हम त्याग करते हैं, अगर हम अपनी सहज स्थिति से बाहर आते हैं, अगर हम हर दिन नहीं बल्कि हर सत्र, हर घंटे और हर गेंद पर चुनौती पेश करना शुरू करते हैं तो मुझे लगता है कि हम इसे एक यादगार दौरा बना सकते हैं।
गंभीर ने इंग्लैंड दौरे पर पूरी टीम का स्वागत किया और बी साई सुदर्शन से शुरुआत करते हुए कुछ सदस्यों की विशेष सराहना की।
भारतीय कोच ने कहा, पहली बार टेस्ट टीम में बुलाया जाना हमेशा खास होता है इसलिए मैं साई का स्वागत करना चाहता हूं जिनके लिए बल्ले से तीन महीने शानदार रहे हैं और सुनिश्चित कीजिए कि आपका लाल गेंद का करियर बेहद सफल हो।
गंभीर ने उम्मीद जताई कि तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह टेस्ट क्रिकेट में भी अपना प्रभाव छोड़ेंगे।उन्होंने कहा, मैं अर्शदीप सिंह का स्वागत करना चाहता हूं। आपने सफेद गेंद से शानदार प्रदर्शन किया है और मुझे यकीन है कि आप लाल गेंद से भी अपना जलवा बिखेरेंगे।
इस 43 वर्षीय कोच ने इसके बाद गिल और उपकप्तान ऋषभ पंत की पीठ भी थपथपाई।गंभीर ने कहा, मैं शुभमन को भी बधाई देना चाहता हूं जो पहली बार कप्तानी कर रहे हैं। अपने देश की टेस्ट टीम का नेतृत्व करने से बड़ा कोई सम्मान नहीं है। बधाई हो। ऋषभ पंत को भी जो अब नेतृत्व समूह का हिस्सा हैं।
गंभीर ने करुण नायर की भी तारीफ की जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम में वापसी की।भारतीय कोच ने कहा, वापसी कभी आसान नहीं होती, जिसने सात साल बाद वापसी की हो, उसका पिछला साल शानदार रहा।
उन्होंने कहा, आपने जितने रन बनाए हैं और सबसे महत्वपूर्ण बात कभी हार ना मानने का जज्बा है जिसने आपको टीम में वापस ला दिया है और यह इस समूह में सभी के लिए प्रेरणादायक है। करुण नायर का स्वागत है।
नायर ने कहा कि वह भारत के लिए खेलने का दूसरा मौका मिलने पर आभारी हैं।
उन्होंने कहा, इस अवसर फिर से मिलने के लिए आभारी हूं। मैं इस अवसर का पूरा फायदा उठाने के लिए उत्सुक हूं। मुझे यकीन है कि एक बार जब मैं मैदान पर उतरूंगा तो मेरे अंदर बहुत सारी भावनाएं होंगी लेकिन अभी मैं उन्हें व्यक्त नहीं कर सकता।
कप्तान गिल ने अपने साथियों से खुद को थोड़ा दबाव में रखने का आग्रह किया जिससे कि श्रृंखला शुरू होने पर वे परिस्थितियों से प्रभावित नहीं हों।गिल ने कहा, आइए प्रत्येक नेट सत्र को सार्थक बनाएं। आइए खुद को थोड़ा दबाव में रखें। जब हम मैदान पर उतरते हैं तो इसका मतलब सिर्फ मैदान पर जाकर टिके रहना नहीं होता, आइए हम अपने खेल का पता लगाएं, जब हम पर दबाव डाला जाएगा तो हम कैसे खेलेंगे - चाहे वह गेंदबाज हो या बल्लेबाज। (भाषा)