हार के बाद इंग्लैंड पर बरसे पूर्व क्रिकेटर, बॉयकॉट ने बताया बेवकूफ सचिन ने कहा डरपोक!
मंगलवार, 17 अगस्त 2021 (21:04 IST)
नई दिल्ली: लॉर्ड्स में भारत से 151 रनों की करारी हार झेलनी वाली इंग्लैंड क्रिकेट टीम पर अब चौतरफे हमले शुरू हो गए हैं। इंग्लैंड की मीडिया से लेकर वहां के पूर्व क्रिकेटर जो रूट और उनकी टीम पर सवाल खड़े कर रहे हैं। पूर्व कप्तान ज्योफ्री बॉयकॉट ने तो इंग्लैंड की टीम को बेवकूफ तक कह दिया।
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इंग्लैंड की टीम टेस्ट जीतने लायक ही नहीं लग रही है। पूर्व दिग्गज क्रिकेटर ज्योफ्री बॉयकॉट का मानना है कि भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड अपनी रणनीति में बेवकूफ दिखी और उसने भावनाओं को अपने ऊपर हावी होने दिया। मैच के दौरान दोनों टीमें के खिलाड़ियों के बीच गहमागहमी भी हुई और भारत ने अपने खेल के स्तर को ऊपर उठाकर इन परिस्थितियों का फायदा उठाया जबकि इंग्लैंड की टीम ऐसा करने में नाकाम रही।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 151 शतक लगाने वाले बॉयकॉट ने द टेलीग्राफ के अपने कॉलम में लिखा, इस टेस्ट मैच ने दो बातें साबित की हैं। सबसे पहले, अगर आप बेवकूफ हैं तो आप टेस्ट मैच जीतने के लायक नहीं हैं। हम जो रूट को उनकी शानदार बल्लेबाजी के लिए जितना प्यार करते हैं, उन्होंने अपनी रणनीति से उतना ही निराश किया। उन्होंने कहा, दूसरा, इंग्लैंड अपने सभी रनों के लिए सिर्फ जो (रूट) पर निर्भर नहीं रह सकता है। स्थिति अब मजाक से परे होते जा रही है और टॉप तीन बल्लेबाजों को बहुत जल्द सुधार करना होगा।
बुमराह से बदला लेना पड़ा भारी
भारतीय पारी के दौरान जब जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी बल्लेबाजी कर रहे थे तो इंग्लैंड ने फील्डिंग फैला दी। इन दोनों तेज गेंदबाजों ने बल्ले से कमाल करते हुए 89 रन की अटूट साझेदारी की जिससे इंग्लैंड को चौथी पारी में जीत के 272 रन का लक्ष्य मिला। भारत ने जब पारी घोषित की तब इंग्लैंड को लगभग 60 ओवर के लिए बल्लेबाजी करना था। मोहम्मद सिराज , बुमराह, इशांत शर्मा और शमी की धारदार गेंदबाजी के सामने उसकी टीम 120 रन पर आउट हो गयी।
बॉयकॉट ने कहा, जो (रूट) अपनी फील्डिंग सजावट और कप्तानी के साथ अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन जसप्रीत बुमराह को क्रीज पर देख कर वह ऐसी प्रतिक्रिया देने लगे जैसे सांड लाल कपड़े को देखकर करता है। उन्होंने कहा, रूट ने मार्क वुड को प्रोत्साहित किया कि वह बुमराह पर तेज शार्ट पिच गेंदों से प्रहार करे। जाहिर सी बात है कि इंग्लैंड के कप्तान और उनके कुछ खिलाड़ी बुमराह के द्वारा पहली पारी में जेम्स एंडरसन के खिलाफ की गयी ऐसी गेंदबाजी का बदला लेना चाहते थे।
बॉयकॉट ने कहा, उस समय गहमागहमी वाले शब्दों का आदान-प्रदान भी हुआ क्योंकि इंग्लैंड बुमराह और शमी को आउट करने के बजाय गेंद को उनके शरीर पर मारने की कोशिश कर रहा था। बॉयकॉट ने भारत को इस यादगार जीत हासिल करने का श्रेय भी दिया। उन्होंने कहा, खेल शुरू होते समय इंग्लैंड की टीम जीत की दावेदार थी। मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि इंग्लैंड का प्रदर्शन इतना बुरा रहा लेकिन भारत को बधाई। आप बिल्कुल शानदार थे।
भारतीय गेंदबाजी के आगे डर गए अंग्रेज- सचिन
लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड की 151 रनों से करारी हार के बाद लगातार जो रूट एंड कंपनी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने भी इंग्लैंड की रणनीतियों और उसके खराब बल्लेबाजी प्रदर्शन पर सवाल खड़े किये। सचिन ने तो यहां तक कह दिया कि इंग्लैंड के बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजी आक्रमण से घबरा रहे हैं। महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का मानना है कि इंग्लैंड की मौजूदा टीम भारत के विश्वस्तरीय तेज गेंदबाजी आक्रमण से पूरी तरह हैरान है और सिर्फ उसके कप्तान जो रूट ही बड़ा शतक लगाने में सक्षम दिख रहे हैं।
सचिन ने कहा कि इंग्लैंड के कप्तान रूट ने टॉस जीतने के बाद जब भारत को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया तो उन्होंने हैरान होने के साथ यह भी महसूस किया कि उनकी टीम भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण से घबरा गयी है। पीटीआई के साथ खास बातचीत में सचिन ने कहा, जब मैंने टॉस जीतकर जो रूट को भारत को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित करते हुए देखा, तो मैं वास्तव में हैरान था और मुझे लगा कि यह अपने आप में एक संकेत था कि इंग्लैंड हमारे तेज गेंदबाजी आक्रमण को लेकर चिंतित था। सच कहूं तो मैंने शुक्रवार सुबह लगभग आठ बजे एक दोस्त को बताया था कि अगर मौसम ने साथ दिया, तो हम यह टेस्ट मैच जीतेंगे। हमारे सलामी बल्लेबाजों को भी श्रेय मिलना चाहिये वे (पहली पारी में) शानदार थे।
जो रूट के अलावा इंग्लैंड के सभी बल्लेबाज नाकाबिल!
इंग्लैंड की बल्लेबाजी पर सचिन ने कहा कि जो रूट के अलावा उन्हें कोई बल्लेबाज शतक लगाने में सक्षम नहीं दिखता। सचिन ने कहा, इस बल्लेबाजी यूनिट में जो रूट को छोड़ कर मैं किसी को नियमित तौर पर बड़ी शतकीय पारी खेलते हुए नहीं देख रहा हूं। शायद वे किसी मैच में बड़ा स्कोर कर दे लेकिन मैं नियमित तौर पर ऐसी पारी की बात कर रहूं। अतीत की टीमों में एलिस्टर कुक, माइकल वॉन, केविन पीटरसन, इयान बेल, जोनाथन ट्रॉट, एंड्रयू स्ट्रॉस जैसे कई खिलाड़ी थे जो लगातार अच्छा खेलते थे। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कमजोर बल्लेबाजी के कारण रूट ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया होगा। बता दें पहली पारी में नाबाद शतक ठोकने वाले जो रूट जब दूसरी पारी में जल्दी आउट हो गए तो इंग्लैंड की टीम ताश के पत्तों की तरह ढेर हो गई। इंग्लैंड की टीम 272 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए महज 120 रनों पर सिमट गई।