दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी एडिलेड टेस्ट में मैक्सवेल को बाहर रखा गया था जबकि 3 नए खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलियाई टीम में जगह दी गई थी जिससे नाराज ऑलराउंडर ने कहा था कि वे इस बात से दुखी हैं। इस बीच कोच लेहमैन ने कहा है कि मैक्सवेल इस टेस्ट में आने के हकदार ही नहीं थे, क्योंकि उन्होंने इसके लिए बल्ले से प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं किया था।
मैक्सवेल ने एडिलेड टेस्ट से बाहर रखे जाने के बाद फरवरी में भारत दौरे पर टेस्ट टीम में शामिल किए जाने की उम्मीद जताई थी। ऐसे में उनकी लेहमैन के इस बयान से टेस्ट टीम में जगह पाने की उनकी उम्मीदों को कुछ झटका भी मिला है, वहीं न्यूजीलैंड सीरीज के लिए वनडे टीम में शामिल किए गए मैक्सवेल कप्तान मैथ्यू वेड की आलोचना के बाद भी चर्चा में हैं। मैक्सवेल ने कहा है कि शैफील्ड शील्ड मैचों में विक्टोरिया टीम में भी उनके कप्तान वेड खुद को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर रखते हैं जिससे उनका प्रदर्शन प्रभावित हो रहा है।
कोच लेहमैन ने मैक्सवेल और वेड के बीच इस विवाद को लेकर कहा है कि ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर को फिलहाल ज्यादा रन बनाने पर ध्यान देना चाहिए ताकि टेस्ट टीम में उनका चयन हो सके तथा मैक्सवेल ने पिछले 2 वर्षों से कोई शतक नहीं बनाया है। आपको शतक बनाना चाहिए। क्या आप टेस्ट टीम में ऐसे खिलाड़ी को रखना चाहेंगे? जिसने 2 साल में एक भी 100 नहीं बनाया।