पूर्व भारतीय बल्लेबाज प्रवीण आमरे ने कहा, 'सर के साथ हमारा काफी ऑफ सीजन नहीं होता था क्योंकि मानसून के दौरान हम रबर की गेंद से खेलते थे। उन्होंने अच्छे कोच और अच्छे खिलाड़ी तैयार किए। मेरे विचार में वह सर (गुरु) हैं तथा गुरु और कोच में काफी अंतर होता है।'
बलविंदर सिंह संधू ने बताया कि वह शुरू में आफ स्पिनर थे लेकिन वह आचरेकर थे जिन्होंने अच्छी इन स्विंग करने की उनकी प्रतिभा को पहचाना। उन्होंने कहा, 'तब तक मुझे नहीं पता था कि किसी गेंद को इन स्विंग भी कहते हैं।'