वर्तमान में लंदन में वारविकशायर के लिए काउंटी चैंपियनशिप खेल रहे विहारी ने पूरे आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक से अपने दोस्तों और फॉलोअर्स को लेकर लगभग 100 वॉलंटियर्स की टीम बनाई है जो जरूरतमंदों को प्लाज्मा और ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने के साथ-साथ कोरोना मरीजों के लिए भोजन और अस्पताल में बेड की भी व्यवस्था कर रही है। विहारी के अलावा अन्य क्रिकेटर्स भी विभिन्न तरीकों से कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपना योगदान दे रहे हैं।
विहारी ने एक बयान में कहा, “ मैं खुद की प्रशंसा नहीं करना चाहता। मैं इसे जमीनी स्तर पर लोगों की मदद करने के इरादे से कर रहा हूं, जिन्हें इस मुश्किल समय में सच में हरसंभव मदद की जरूरत है। अभी तो यह शुरुआत है। कोरोना की दूसरी लहर इतनी खतरनाक है कि अस्पताल में बेड मिलना मुश्किल हो गया है और यह अकल्पनीय है, इसलिए मैंने अपने दोस्तों और फॉलोअर्स को अपने वॉलंटियर्स के रूप में इस्तेमाल करने और अधिक से अधिक लोगों की मदद करने का फैसला किया है। मुख्य रूप से मेरा लक्ष्य उन लोगों तक पहुंचना है जो प्लाज्मा, बेड और जरूरी दवा खरीदने या इनका प्रबंध करने में सक्षम नहीं हैं, हालांकि इतना पर्याप्त नहीं है। मैं भविष्य में और सेवा करना चाहूंगा। ”
भारतीय बल्लेबाज ने कहा, “ संकट के समय जब मदद के लिए कॉल और संदेश आने लगे तो मैंने मदद करने वालों का एक नेटवर्क बनाना चाहा और मुझे आम लोगों, पारिवारिक सदस्यों और पृथ्वीराज यारा जैसे आंध्र प्रदेश टीम मेट्स का साथ मिला। मेरे साथ एक व्हाट्सएप ग्रुप पर वॉलंटियर्स के रूप में लगभग 100 लोग जुड़े हैं और यह उनकी कड़ी मेहनत है कि हम कुछ लोगों की मदद कर पाए हैं। बेशक मैं एक क्रिकेटर हूं, जो प्रख्यात है, लेकिन असल में मैं इन वॉलंटियर्स के अथक प्रयासों के कारण ही लोगों की मदद कर पा रहा हूं। यहां तक कि मेरी पत्नी, बहन और आंध्र टीम के मेरे कुछ साथी मेरी वाॅलंटियर्स टीम का हिस्सा हैं। उनका सहयोग देखकर बहुत खुशी होती है। ”
उल्लेखनीय है कि विहारी काउंटी चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए अप्रैल की शुरुआत में इंग्लैंड पहुंचे थे और फिलहाल वह वहीं पर हैं। ऐसे में उम्मीद है कि वह इंग्लैंड में सीधे भारतीय टीम से जुड़ सकते हैं जो न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और बाद में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने के लिए तीन जून को इंग्लैंड पहुंचेगी।
गौरतलब है कि आंध्र के इस बल्लेबाज ने साल के शुरु में चल रही भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडिनी में खेले गए तीसरे टेस्ट में 161 गेंद में 23 रन बनाकर आर अश्विन के साथ मिलकर मैच बचाया था। दोनों ने करीबन 42 ओवरों तक ऑस्ट्रेलिया का घातक गेंदबाजी आक्रमण पिच पर झेला था। लेकिन विहारी की भूमिका ज्यादा बड़ी थी क्योंकि उन्होंने एक छोर संभाले रखा था। यह साझेदारी रनों के लिए नहीं बल्कि गेंदो के लिए याद रखी जाती है।(वार्ता)