तीसरे दिन लंच के समय इंग्लैंड की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं थी। टीम ने 89 रन पर 4 विकेट गंवा दिए थे। लंच के बाद 131 रन पर उनका 5वां विकेट गिरा था। इसके बाद क्रिस वोक्स (नाबाद 120) और जॉनी बेयरस्टो (93) के बीच 6ठे विकेट के लिए 189 रन की साझेदारी से इंग्लैंड ने बड़ी बढ़त हासिल कर ली और भारतीय टीम को मैच में वापसी के लिए किसी चमत्कार की उम्मीद करनी होगी।
पंड्या ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा कि लंच के बाद हमें कोई मदद नहीं मिली। यह समस्या थी। एक गेंदबाजी इकाई के रूप में हमने कोशिश की लेकिन गेंद ने अचानक स्विंग करना बंद कर दिया और वे (वोक्स और बेयरस्टो) मैच को हमारी पकड़ से दूर ले गए तथा ऐसा होता है, यह मैंने पहले भी टेस्ट में देखा है। आपको 4 या 5 विकेट जल्दी मिल जाते हैं और फिर एक साझेदारी हो जाती है। हमारी बल्लेबाजी लाइनअप के साथ भी ऐसा कई बार हुआ है। यह खेल का एक हिस्सा है।
गेंदबाजों के मुफीद हालात में भारतीय टीम पहली पारी में महज 107 रन बना सकी जिस पर पंड्या ने कहा कि वैसे हालात में इंग्लैंड की टीम को भी संघर्ष करना होता तथा उन परिस्थितियों में खेलना मुश्किल था, क्योंकि हल्की बारिश हो रही थी और विकेट में नमी थी। किसी भी टीम ने लगभग वही स्कोर बनाया होता। शनिवार को परिस्थिति अलग थी। जब हम गेंदबाजी कर रहे थे तो धूप निकली थी। यह आदर्श स्थिति की तरह था, जैसा हम मैच के पहले दिन उम्मीद करते हैं।
भारतीय टीम मैच में कुलदीप यादव के रूप में अतिरिक्त स्पिन गेंदबाज के साथ उतरी जबकि जब परिस्थिति तेज गेंदबाजों के मुताबिक थी और ऐसा लगा कि तीसरा तेज गेंदबाज टीम की मदद करता। पंड्या ने कुलदीप को खिलाने के फैसले का बचाव किया। इस पर उन्होंने कहा कि जाहिर है कि इसके पीछे टीम प्रबंधन की कोई सोच रही होगी। अगर यह 5 दिनों का मैच होता तो स्पिनरों की भूमिका अहम होती। बारिश के कारण सब कुछ बदल गया। (भाषा)