शास्त्री के निर्देश पर ही पंड्या को इंदौर वन-डे में चौथे नंबर पर उतारा गया जिसमें उसने 78 रन बनाए। अगले मैच में उसने 41 रन बनाए लेकिन भारत वह मैच हार गया। इस फैसले के बारे में पूछने पर शास्त्री ने कहा कि हार्दिक खतरनाक खिलाड़ी है। वह गेंद को पीटने के फन में माहिर है खासकर स्पिनरों को बखूबी खेलता है।
मैने उसकी तरह स्पिनरों को खेलने वाले खिलाड़ी नहीं देखे। युवराज सिंह अपने करियर के चरम दिनों में ऐसा ही था। ये लोग दुनिया के किसी भी मैदान पर चौके-छक्के लगा सकते हैं। कोच ने यह भी कहा कि 243 रन के लक्ष्य को हासिल करना श्रृंखला में सर्वश्रेष्ठ प्रयास था, क्योंकि नागपुर की पिच पर रन आसानी से नहीं बनते । उन्होंने कहा कि हमने आखिर में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी की। यह आसान ट्रैक नहीं था और हिटमैन (भारतीय ड्रेसिंग रूम में रोहित का निकनेम) ने इसे आसान बना दिया। उसकी बल्लेबाजी देखने लायक थी। (भाषा)