पंड्या ने मैच के बाद कहा, लॉकडाउन के दौरान मैं जरूरत के समय मैच फिनिश करने पर ध्यान लगाना चाहता था। यह मायने नहीं रखता कि मैं ज्यादा रन जुटाऊं या नहीं। यह ऑलराउंडर रविवार को एससीजी में बनी परिस्थितियों के लिए नया नहीं था, उन्होंने पिछले कुछ मैचों में ऐसे ही हालात में कुछ में जीत दिलाई जबकि कुछेक में हार का भी सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा, मैं कई दफा ऐसी स्थितियों में हो चुका हूं और मैंने अपनी गलतियों से सीख ली। मैं आत्मविश्वास के साथ खेलता हूं और इससे खुद को प्रेरित करता हूं और अति आत्मविश्वासी नहीं बनता। उन्होंने कहा, मैं हमेशा उस समय को याद रखता हूं जब हमने बड़े स्कोर का पीछा किया और इससे मदद मिलती है।
मैन ऑफ द मैच पंड्या ने पदार्पण करने वाले तेज गेंदबाज डेनियल सैम्स पर दो छक्के जमाए जिससे भारत ने दो गेंद रहते जीत हासिल की। उन्होंने कहा, मैच के दौरान वे क्या करते हैं, इस पर ध्यान देने के बजाय मैं क्या कर सकता हूं, इस पर ध्यान देता हूं। यह दो बड़े शॉट की बात थी और आज ऐसा हो गया।
पंड्या ने कहा, मैं हमेशा खुद पर भरोसा रखता हूं। यह ऐसे हालात हैं जिसमें मैं हमेशा खेला हूं। टीम को जिस चीज की भी जरूरत होती है, मैं हमेशा ऐसा करने की कोशिश करता हूं।पंड्या ने कहा, यह बहुत सरल चीज है। मैं स्कोर बोर्ड को देखकर खेलना चाहता हूं ताकि मैं जान सकूं कि कौनसे गेंदबाज को निशाना बनाया जाए।(भाषा)