हजरातुल्लाह ने अब्दुल्लाह मजारी के चौथे ओवर में हर गेंद पर छक्के लगाए और इस ओवर में 37 रन जोड़े। उन्हें 1 रन वाइड बॉल से मिला। उनकी इस पारी से काबुल ने 4 ओवरों में ही 70 रन बना लिए। हजरातुल्लाह ने केवल 12 ही गेंदों पर अपना अर्द्धशतक बना लिया और ट्वंटी 20 में सबसे तेज अर्द्धशतक के युवराज सिंह के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली।
हालांकि हजरातुल्लाह ने इस प्रदर्शन से अपना नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज करा लिया लेकिन वे अपनी टीम काबुल को जीत नहीं दिला सके, जो 20 ओवरों में 7 विकेट पर 223 रन पर सिमट गई। हजरातुल्लाह ने 17 गेंदों में 62 रनों की पारी खेली जिसमें 7 छक्के और 4 चौके शामिल हैं।