आईसीसी ने एक बयान में कहा कि परीक्षण के नतीजों को देखें तो उनकी (क्रिकेट समिति) चिंताएं सही साबित होती हैं। क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था ने इन सुझावों को भी खारिज कर दिया कि गेंदबाजों को यह देखते हुए निशाना बनाया जा रहा है कि वे किस क्षेत्र से आते हैं। आईसीसी ने कहा कि अंपायरों की चिंता सिर्फ खिलाड़ी के गेंदबाजी एक्शन से संबंधित है।
इसके बाद से केन विलियमसन, सचित्र सेनानायके, सईद अजमल, प्रास्पर उत्सेया और सोहाग गाजी की रिपोर्ट की गई और परीक्षण के बाद इनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी पर रोक लगाई गई।