आईसीसी चकिंग के लिए नई परीक्षण प्रणाली से खुश

शनिवार, 18 अक्टूबर 2014 (17:55 IST)
दुबई। पश्चिम ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय (यूडब्ल्यूए) द्वारा खड़े किए संदेह को दूर करने की कोशिश करते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने चकिंग के खिलाफ अपने हाल के अभियान और संदिग्ध एक्शन वाले गेंदबाजों की पहचान करने तथा उनके परीक्षण की प्रक्रिया का समर्थन किया।
 
यूडब्ल्यूए पहले गेंदबाजी एक्शन के बायोमैकेनिकल परीक्षण के लिए एकमात्र केंद्र था और उसने उनके परीक्षणों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं जिसके कारण कई गेंदबाजों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी से निलंबित कर दिया गया है।
 
आईसीसी ने एक बयान में कहा कि परीक्षण के नतीजों को देखें तो उनकी (क्रिकेट समिति) चिंताएं सही साबित होती हैं। क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था ने इन सुझावों को भी खारिज कर दिया कि गेंदबाजों को यह देखते हुए निशाना बनाया जा रहा है कि वे किस क्षेत्र से आते हैं। आईसीसी ने कहा कि अंपायरों की चिंता सिर्फ खिलाड़ी के गेंदबाजी एक्शन से संबंधित है।
 
जून में क्रिकेट समिति की सिफारिशों के बाद आईसीसी ने अंपायरों को अधिक आत्मविश्वास के साथ संदिग्ध एक्शन वाले गेंदबाजों की रिपोर्ट करने के लिए प्रेरित किया था। 
 
इसके बाद से केन विलियमसन, सचित्र सेनानायके, सईद अजमल, प्रास्पर उत्सेया और सोहाग गाजी की रिपोर्ट की गई और परीक्षण के बाद इनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी पर रोक लगाई गई।
 
आईसीसी ने इन गेंदबाजों के परीक्षण के दौरान इस्तेमाल की गई प्रक्रिया की सटीकता और निरंतरता का हालांकि पूरी तरह समर्थन किया है। (भाषा)

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