गत वर्ष भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के आईसीसी की संचालन परिषद में प्रभुत्व हासिल करने के बाद टेस्ट क्रिकेट कोष बनाने की घोषणा की गई थी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई), इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के अलावा वैश्विक क्रिकेट संस्था जनवरी 2016 से प्रतिवर्ष अगले 8 सालों तक यह राशि वितरित करेगा। प्रत्येक सदस्य को प्रतिवर्ष 12.5 लाख डॉलर मिलेंगे।
चूंकि सभी क्रिकेट बोर्ड पहले ही वर्ष 2023 तक के लिए अपने कार्यक्रम को तय कर चुके हैं, ऐसे में टेस्ट क्रिकेट कोष के इस्तेमाल की संभावना कम है लेकिन उम्मीद है कि क्रिकेट बोर्डों को इस भुगतान से अपने टेस्ट सीरीज के दौरान हुए नुकसान की भरपाई करने में मदद मिलेगी।