भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने रविवार को बोर्ड की विशेष आम बैठक (एसजीएम) के बाद कहा कि मैं यह पूरी तरह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हम आईसीसी के सामने झुके नहीं हैं और हमने कुछ भी नहीं छोड़ा है। हमने आगे किसी भी कार्रवाई के लिए पर्याप्त कानूनी विकल्प खुला छोड़ रखा है।
चौधरी ने कहा कि हम पैसे को लेकर ज्यादा अटके हुए थे। आईसीसी के नए ढांचे को लेकर दो स्वरूप हैं। वित्तीय मॉडल उसी का एक हिस्सा है। बड़ा परिवर्तन प्रशासनिक ढांचे को लेकर है और हमें इसी बात पर सबसे ज्यादा ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इसके ही बड़े परिणाम होंगे।
चौधरी ने कहा कि हमारी चिंताएं स्पष्ट हैं। क्रिकेट वैश्विक खेल के रूप में फैलना चाहिए लेकिन साथ ही विश्व क्रिकेट के सबसे प्रमुख देश के रूप में हमारी स्थिति बनी रहनी चाहिए। मुझे लगता है कि सभी पूर्ण सदस्यों और तीन एसोसिएट सदस्यों सिंगापुर, आयरलैंड और एक अन्य देश के प्रतिनिधियों की सहानुभूति हमारे साथ है और यही मेरी उम्मीद की वजह है। (वार्ता)