पाकिस्तान को पहले मैच में जहां भारत ने 124 रन से हराया, वहीं दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका को 96 रन से मात दी। पाकिस्तान के लिए एक और हार के मायने टूर्नामेंट से बाहर होना होगा लेकिन उसके लिए दुनिया की नंबर एक वनडे टीम दक्षिण अफ्रीका को हराना आसान नहीं होगा।
भारत के खिलाफ आसानी से घुटने टेकने वाले पाकिस्तानी बल्लेबाजों पर अच्छे प्रदर्शन का दबाव होगा। जब वे भारतीय तेज गेंदबाजों का ही सामना नहीं कर सके तो दक्षिण अफ्रीका के पास तो और भी बेहतर तेज आक्रमण है। कागिसो रबाडा की अगुवाई वाले इस आक्रमण में मोर्नी मोर्कल और वेन परनेल शामिल हैं। भारत से हार के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों की पूर्व क्रिकेटरों ने काफी आलोचना की और अब उन पर खुद को साबित करने की जिम्मेदारी है।
दक्षिण अफ्रीका के पास भरोसेमंद हाशिम अमला की अगुवाई में शानदार बल्लेबाज भी हैं जिन्होंने सभी प्रारूपों में रन बनाए हैं। कप्तान एबी डिविलियर्स और फाफ डु प्लेसिस मध्यक्रम में होंगे जिन पर अंकुश लगाना कतई आसान नहीं होगा। श्रीलंका के खिलाफ नाकाम रहने के बाद डिविलियर्स बड़ी पारी खेलने की फिराक में होंगे।
क्रिस मौरिस ने जिस तरह से आईपीएल में गेंदबाजी और बल्लेबाजी की, उन्होंने साबित कर दिया कि अपना दिन होने पर किसी भी टीम की धज्जियां उड़ा सकते हैं। तेज गेंदबाजी पाकिस्तान की ताकत रही है लेकिन फिलहाल उसके पास ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं, जो विरोधी खिलाड़ियों में दहशत भर सकें। इसके अलावा पाकिस्तान लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में भी नाकाम रहा है।
टीमें इस प्रकार हैं-
पाकिस्तान : सरफराज खान (कप्तान), अहमद शहजाद, अजहर अली, बाबर आजम, फहीम अशरफ, फखार जमान, हारिस सोहेल, हसन अली, इमाद वसीम, जुनैद खान, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद हफीज, शादाब खान और शोएब मलिक।
दक्षिण अफ्रीका : एबी डिविलियर्स (कप्तान), हाशिम अमला, फरहान बेहार्डियन, किंटोन डिकाक, जेपी डुमिनी, फाफ डु प्लेसिस, इमरान ताहिर, केशव महाराज, डेविड मिलर, मोर्नी मोर्कल, क्रिस मौरिस, वेन परनेल, एंडिले पी, ड्वेन प्रिटोरियस और कागिसो रबाडा।
(भाषा)