ICC का नया नियम, 'फाइनल टाई' रहा तो दोनों टीमें बनेंगी संयुक्त विजेता

सोमवार, 29 जुलाई 2019 (22:17 IST)
नई दिल्ली। इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान में एकदिवसीय विश्व कप का फाइनल का फैसला निर्धारित और सुपर ओवर के टाई रहने के बाद बाउंड्री काउंट के आधार पर किया गया था लेकिन 1 अगस्त से शुरू हो रही विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल यदि टाई या ड्रॉ रहता है तो दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया जाएगा।
 
टेस्ट क्रिकेट को लोकप्रिय बनाने के लिए आईसीसी ने आधिकारिक रूप से सोमवार को पहली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप को लांच कर दिया और इसकी शुरुआत 1 अगस्त के पहले एशेज टेस्ट से होगी। विश्व चैंपियनशिप दुनियाभर में चल रही टी-20 लीग की तरह ही होगी, लेकिन यह टेस्ट क्रिकेट की लीग होगी।
 
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2 साल के चक्रों में खेली जाएगी और इसका पहला मैच एजबस्टन में 1 अगस्त से ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच होगा। यह चैंपियनशिप 31 मार्च 2021 तक चलेगी और शीर्ष 2 टीमें 10 से 14 जून 2021 तक होने वाले फाइनल में भिड़ेंगी।
 
इस चक्र के दौरान 12 पूर्ण सदस्य देशों में से 9 देश 27 सीरीज में मुकाबला करेंगे। इन 9 टीमों में ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, भारत, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और वेस्टइंडीज हैं।
 
एकदिवसीय विश्व कप के नाटकीय फैसले के बाद विश्व चैंपियनशिप को लेकर भी यह सवाल उठाया गया है कि यदि यह ड्रॉ या टाई रहा तो विजेता का फैसला कैसे होगा? इस सूरत में दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया जाएगा। हालांकि खेलने की शर्तों के आधार पर रिजर्व दिन भी रखा गया है।
 
लेकिन इसका इस्तेमाल तभी होगा, जब फाइनल के निर्धारित 5 दिनों के दौरान निर्धारित खेलने के समय में कोई नुकसान होता है। निर्धारित खेलने का समय रोजाना 6 घंटे के हिसाब से कुल 30 घंटे हैं। रिजर्व दिन का इस्तेमाल तभी होगा यदि प्रत्येक दिन के खेल में होने वाले नुकसान की भरपाई उस दिन नहीं हो पाती।
 
उदाहरण के लिए यदि बारिश के कारण दिन में 1 घंटे का खेल खराब होता है और यदि उसकी भरपाई उसी दिन हो जाती है तो यह माना जाएगा कि कोई नुकसान नहीं हुआ। यदि पूरे दिन का खेल खराब होता है और अगले 4 दिन में 3 घंटे की भरपाई हो पाती है तो बचे समय की भरपाई के लिए रिजर्व दिन का उपयोग किया जाएगा।
 
इस चैंपियनशिप के दौरान टीमें घरेलू और बाहरी आधार पर 3-3 सीरीज खेलेंगी। प्रत्येक सीरीज में कम से कम 2 या अधिकतम 5 टेस्ट होंगे। हर सीरीज के आधार पर टीमों को अंक दिए जाएंगे लेकिन सीरीज में अंकों का बंटवारा कुछ अलग अंदाज में होगा।
 
5 टेस्टों की एशेज सीरीज के लिए हर जीत पर 24 अंक दिए जाएंगे और 2 टेस्टों की सीरीज में हर जीत पर 60 अंक दिए जाएंगे। 3 टेस्टों की सीरीज में हर जीत पर 40 अंक और 4 टेस्टों की सीरीज में हर जीत पर 30 अंक दिए जाएंगे। इसी तरह 2, 3, 4 और 5 मैचों की सीरीज में ड्रॉ और टाई पर अलग-अलग अंक रखे गए हैं।
 
हारने पर कोई अंक नहीं है। हर सीरीज में कुल 120 अंक रहेंगे। लीग चरण की समाप्ति के बाद अंक तालिका में शीर्ष पर रहने वाली 2 टीमें फाइनल खेलेंगी।

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