पुणे टेस्ट में भारत की करारी हार, ऑस्ट्रेलिया 333 रनों से जीता...

शनिवार, 25 फ़रवरी 2017 (09:45 IST)
पुणे। कप्तान स्टीवन स्मिथ (109) के बेहतरीन शतक के बाद लेफ्ट आर्म स्पिनर स्टीव ओ कीफे ने विध्वंसक गेंदबाजी करते हुए कुल 12 विकेट लेकर अकेले अपने दम पर भारतीय बल्लेबाजी को ध्वस्त कर दिया। कीफे ने पहली पारी में 6 विकेट लेने के बाद दूसरी पारी में भी 6 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया को पहले क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन ही शनिवार को 333 रनों से जीत दिला दी। ऑस्ट्रेलिया ने इसके साथ ही 4 टेस्टों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली।
 
 
 
भारतीय टीम ने दोनों ही पारियों में शर्मनाक प्रदर्शन किया। भारत पहली पारी में 105 और दूसरी पारी में 107 रनों पर निपट गया। इस शर्मनाक हार के साथ कप्तान विराट कोहली का 19 टेस्टों से चला आ रहा अपराजेय क्रम टूट गया। 
 
ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने जीत के लिए 441 रनों का लक्ष्य रखा था और भारतीय बल्लेबाजों ने लेफ्ट आर्म स्पिनर ओ कीफे तथा ऑफ स्पिनर नैथन लियोन के सामने 33.5 ओवरों में 107 रनों पर घुटने टेक दिए। कीफे ने 15 ओवरों में 35 रन पर 6 विकेट लेकर मैच में कुल 12 विकेट हासिल किए जबकि लियोन ने 14.5 ओवर में 53 रन पर 4 विकेट झटके। लियोन ने मैच में कुल 5 विकेट लिए।
 
कीफे ने पहली पारी में 35 रन पर 6 विकेट और दूसरी पारी में भी 35 रन पर 6 विकेट लिए। उन्होंने कुल 70 रन पर 12 विकेट लेकर भारतीय जमीन पर किसी विदेशी स्पिनर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर डाला। कीफे का यह प्रदर्शन भारतीय जमीन पर किसी विदेशी गेंदबाज का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इंग्लैंड के इयान बॉथम ने 1980 में मुंबई में 106 रन पर 13 विकेट लिए थे।
 
32 वर्षीय कीफे ने इससे पहले 4 टेस्टों में कुल 14 विकेट हासिल किए थे। उनका 1 पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 53 रन पर 3 विकेट और मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 103 रन पर 4 विकेट था। लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के लिए कीफे ऐसा हौवा साबित हुए कि उन्होंने 1 मैच में ही 12 विकेट झटक लिए।
 
भारत के पास रविचन्द्रन अश्विन और रवीन्द्र जडेजा के रूप में मौजूदा टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 और नंबर 2 गेंदबाज थे लेकिन मैच में असली पराक्रम कीफे ने दिखाया। उन्होंने दूसरी पारी में भारत के 4 बल्लेबाजों को पगबाधा किया। कीफे ने मुरली विजय (2), चेतेश्वर पुजारा (31), कप्तान विराट कोहली (13), अजिंक्य रहाणे (18), अश्विन (8) और रिद्धिमान साहा (5) का शिकार किया।
 
ऑफ स्पिनर लियोन ने लोकेश राहुल (10), रवीन्द्र जडेजा (3), जयंत यादव (5) और ईशांत शर्मा (शून्य) को आउट कर भारत को पराजय का शर्मनाक घूंट पिला दिया। भारतीय टीम ने पहली पारी में जहां 40.1 ओवर खेले थे वहीं दूसरी पारी में उसका बोरिया-बिस्तरा 33.5 ओवरों में ही बंध गया। मैच तीसरे दिन चायकाल के कुछ देर बाद समाप्त हो गया।
 
जो भारतीय टीम इससे पहले घरेलू सीरीज के मैचों में विपक्षी टीमों को 3 दिन में निपटा रही थी उसी का कंगारुओं ने 3 दिन के अंदर शिकार कर दिया। जिस ऑस्ट्रेलियाई टीम को भारत आने वाली सबसे कमजोर टीम बताया जा रहा था उसी टीम ने भारतीय शेरों का ऐसा शिकार किया कि टीम इंडिया के समर्थक भी बगलें झांकने के लिए मजबूर हो गए।
 
मैच के बाद लियोन के इस बयान ने दिखा दिया कि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत दौरे के लिए किस कदर तैयारी की थी। लियोन ने मैच समाप्ति के बाद कहा कि हमने जो योजना बनाई थी उस पर हमने पूरी तरह अमल किया। हमने अश्विन की गेंदबाजी को काफी देखा और वही दोहराने की कोशिश की, जो अश्विन इन परिस्थितियों में करते हैं। यदि मेरा बस चले तो मैं ऐसी पिच को हर जगह ले जाना चाहूंगा।
 
ऑस्ट्रेलिया के कोच डैरेन लेहमैन ने भी कहा कि जबरदस्त जीत। मैं अपनी टीम की बल्लेबाजी से बहुत प्रभावित हूं। पिच दोनों टीमों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण थी। हमने श्रीलंका में कुछ सबक सीखे थे। हमने अच्छे डिफेंस को लेकर चर्चा की थी और तमाम मौकों को भुनाते हुए जीत हासिल की। ऑस्ट्रेलिया की रनों के लिहाज से भारत के खिलाफ यह तीसरी सबसे बड़ी जीत है। उसने 2004 में भारत को नागपुर में 342 और 2007 में मेलबोर्न में 337 रनों से हराया था। 
 
ऑस्ट्रेलिया ने सुबह 4 विकेट पर 143 रनों से आगे खेलते हुए दूसरी पारी में 285 रन बनाए और भारत के सामने 441 रनों का लक्ष्य रखा। भारत की एक बार फिर खराब शुरुआत हुई और मुरली विजय को 5वें ओवर में गंवाने के बाद टीम इंडिया पटरी पर नहीं लौट सकी। कीफे ने विजय का शिकार किया और इसके बाद भारतीय बल्लेबाज 'आया राम, गया राम' की तर्ज पर पैवेलियन लौटते रहे। (भाषा)

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