मैक्सवेल का विकेट जब गिरा तो ऑस्ट्रेलियाई पारी का 95वां ओवर चल रहा था और 100 ओवर पूरे होते ही दोनों कप्तान ड्रॉ के लिए सहमत हो गए। यह टेस्ट मैच नाटकीय उतार चढ़ाव से भरपूर रहा, जिसमें भारतीय टीम ने अपना दबदबा तो बनाया लेकिन अंतिम दिन के आखिरी दो सत्र में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया की दृढ़ता में सेंध नहीं लगा पाई।