भारतीय पारी में केवल दो ही बल्लेबाजों ने जुझारूपन दिखाया और ओपनर रोहित ने 133 रन तथा मध्यक्रम के विकेटकीपर बल्लेबाज़ महेंद्रसिंह धोनी ने 51 रन बनाए। शिखर धवन और अंबाटी रायुडू शून्य पर आउट हुए तथा कप्तान विराट कोहली केवल तीन रन ही बना पाए। भारत के नौ में छ: बल्लेबाज़ दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच सके।
ऑस्ट्रेलिया के लिए मात्र अपना पांचवां वन-डे खेल रहे मध्यम तेज गेंदबाज जाए रिचर्डसन ने 10 ओवर में घातक और किफायती गेंदबाजी करते हुए भारत के 26 रन देकर सर्वाधिक चार विकेट निकाले। उन्होंने कप्तान विराट कोहली, रायुडू, दिनेश कार्तिक और रवींद्र जडेजा के विकेट लिए और मैन ऑफ द मैच रहे।
पदार्पण खिलाड़ी जेसन बेहरेनड्रॉफ ने 10 ओवर में 39 रन पर दो विकेट और मार्नस स्टोइनिस ने 66 रन पर दो विकेट निकाले। पीटर सिडल को 48 रन पर एक विकेट हाथ लगा। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से पूर्व संतोषजनक बल्लेबाजी भी जिसके लिए उस्मान ख्वाजा ने 59 रन, शॉन मार्श ने 54 रन और पीटर हैंड्सकोंब ने 73 रन की अर्धशतकीय पारियां खेलीं।
टेस्ट सीरीज में 2-1 की जीत के साथ इतिहास रचने वाली भारतीय टीम सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए पहले वनडे में लय से भटकी नजर आई और लक्ष्य का पीछा करते हुए उसकी शुरूआत खराब रही। टीम में लौटे स्टार बल्लेबाज़ धवन पहली ही गेंद पर बेहरेनड्रॉफ की गेंद पर पगबाधा होकर पैवेलियन लौट गए जबकि कप्तान विराट ने भी निराश किया और आठ गेंदों में तीन रन ही बनाए। वह पदार्पण गेंदबाज़ रिचर्डसन की गेंद पर स्टोइनिस के हाथों कैच हुए और भारत के चार रन पर दो अहम विकेट गंवा दिए। (भाषा)