पिछले 22 साल से श्रीलंका में श्रृंखला नहीं जीत पाया है भारत

सोमवार, 3 अगस्त 2015 (16:52 IST)
नई दिल्ली। विराट कोहली कप्तान के रूप में अपनी पहली पूर्णकालिक श्रृंखला में वह उपलब्धि अपने नाम  पर दर्ज करने की कोशिश करेंगे, जो उनके पूर्ववर्ती सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, अनिल कुंबले और  महेंद्र सिंह धोनी की टीमें हासिल नहीं कर पाई थीं। यह उपलब्धि होगी श्रीलंका में टेस्ट श्रृंखला जीतना। 
भारत पिछले 22 साल से श्रीलंकाई सरजमीं पर टेस्ट श्रृंखला नहीं जीत पाया है। इस बीच भले ही गांगुली  ने भारतीय टीम को विदेशों में जीतना सिखाया और धोनी ने टीम को आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1  पर पहुंचाया लेकिन वह कभी अपने पड़ोसी देश के खिलाफ उसकी सरजमीं पर टेस्ट श्रृंखला नहीं जी  पाया।
 
कोहली एंड कंपनी की निगाह अब श्रीलंका में टेस्ट श्रृंखला जीतने के लंबे इंतजार को खत्म करके खुद को  मोहम्मद अजहरुद्दीन की टीम की श्रेणी में शामिल करने पर रहेगी। भारत ने अब तक श्रीलंका में जो 6  टेस्ट श्रृंखलाएं खेली हैं उनमें से वह केवल 1 में जीत दर्ज कर पाई।
 
अजहरुद्दीन की अगुवाई वाली टीम ने 1993 में 3 मैचों की श्रृंखला 1-0 से जीत यह उपलब्धि हासिल  की थी। इस श्रृंखला को छोड़ दिया जाए तो भारत ने जब भी श्रीलंका का दौरा किया तब या तो उसे हार  का सामना करना पड़ा या फिर श्रृंखला ड्रॉ पर समाप्त हुई।
 
श्रीलंका ने भारत से अपनी सरजमीं पर अब तक 6 में से 3 टेस्ट श्रृंखलाएं जीती हैं। यह अलग बात है  कि वह अब तक भारतीय सरजमीं पर 1 भी टेस्ट मैच नहीं जीत पाया है इसलिए यह कहा जा सकता है  कि इन दोनों टीमों के लिए एक-दूसरे की सरजमीं पर खेलना आसान नहीं रहा।
 
सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में भारत ने 1997 में श्रीलंका में 2 टेस्ट मैच खेले लेकिन इन दोनों का  परिणाम नहीं निकल पाया। गांगुली की अगुवाई में भारत ने विदेशी धरती पर भी सफलताएं अर्जित कीं  लेकिन उनका करिश्माई नेतृत्व श्रीलंकाई शेरों को उसकी सरजमीं पर धूल चटाने में नाकाम रहा। गांगुली  2001 के श्रीलंका दौरे में भारतीय टीम के कप्तान थे।
 
3 मैचों की उस श्रृंखला के सभी मैचों का परिणाम निकला लेकिन श्रीलंका 2-1 से सीरीज जीतने में  सफल रहा। इसके बाद अनिल कुंबले की अगुवाई वाली टीम को 2008 में स्पिनर अजंथा मेंडिस ने  अपनी रहस्यमयी गेंदों के जाल में इस कदर फंसाया कि टीम 3 मैचों की श्रृंखला में 2 मैच हार गई।  उसने हालांकि तब 1 मैच जीता था। 
 
धोनी की भाग्य भी श्रीलंका में टेस्ट मैचों में नहीं चल पाया। वे 2010 में टीम को लेकर इस पड़ोसी देश  के दौरे पर गए। उनकी टीम को श्रृंखला में हार तो नहीं मिली, लेकिन वे उसे जीत भी नहीं दिला पाए।
 
3 मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर छूटी थी। इस तरह से भारत 1993 से अब तक श्रीलंका को उसकी  सरजमीं पर टेस्ट श्रृंखला में नहीं हरा पाया है। (भाषा)

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