टीम इंडिया पहली बार हारी माइलस्टोन T20I, 200वां मैच नहीं हो पाया यादगार
शुक्रवार, 4 अगस्त 2023 (13:28 IST)
INDvsWI भारतीय टीम पहली बार कोई माइलस्टोन टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच हार गई है। इससे पहले खेले गए सभी माइल्सटोन मैच में भारत को जीत मिली थी। गौरतलब है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत कल 200 वां टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच 4 रनों के मामूली अंतर से हार गया।
साल 2006 में खेले गए पहले मैच में वीरेंद्र सहवाग ने कप्तानी की थी और यह मैच भारत दक्षिण अफ्रीका से जीत गया था। इसके बाद 50 वां मैच महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को हराया। साल 2018 में भारत ने विराट कोहली की कप्तानी में 100वें टी-20 मैच में आयरलैंड को हराया। इसके बाद विराट कोहली की कप्तानी में साल 2021 में 150वें टी-20 मैच में नामीबिया को हराया। लेकिन कल कप्तान हार्दिक पांड्या की कप्तानी में भारत अपना अविजित रिकॉर्ड कायम नहीं कर सकी।
वेस्ट इंडीज ने रोवमैन पॉवेल (32 गेंद, 48 रन) की कप्तानी पारी के बाद जेसन होल्डर (19/2) की अगुवाई में गेंदबाजों के साहसी प्रदर्शन की बदौलत पहले टी20 मैच में गुरुवार को भारत को चार रन से मात दी।
वेस्ट इंडीज ने भारत के सामने 150 रन का लक्ष्य रखा, जिसके जवाब में भारतीय टीम नौ विकेट गंवाकर 145 रन ही बना सकी। विंडीज के लिये भले ही कोई बल्लेबाज अर्द्धशतक नहीं बना सका, लेकिन पॉवेल और निकोलस पूरन (34 गेंद, 41 रन) की पारियों ने मेज़बान टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचा दिया। भारत 15 ओवर में 113 रन बनाकर लक्ष्य की ओर बढ़ रहा था, लेकिन कैरिबियाई टीम ने आखिरी पांच ओवरों में पांच विकेट चटकाते हुए सिर्फ 32 रन देकर जीत हासिल कर ली।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को पावरप्ले में वेस्ट इंडीज के एकमात्र स्पिनर अकील हुसैन का सामना करना पड़ा। अकील ने पहले ओवर में सिर्फ तीन रन दिये और तीसरे ओवर में शुभमन गिल (तीन) को पवेलियन का रास्ता दिखाया। ईशान किशन (छह) भी छोटे स्कोर पर आउट हुए, हालांकि अपना पहला मैच खेल रहे तिलक वर्मा ने दो छक्कों के साथ अपना खाता खोला और भारत को पावरप्ले में 45 रन तक पहुंचाया।
तिलक ने सूर्यकुमार यादव के साथ तीसरे विकेट के लिये 39 रन जोड़े ही थे कि दोनों बल्लेबाज 10 गेंदों के अंदर पवेलियन लौट गये। सूर्यकुमार ने 21 गेंद पर 21 रन बनाये, जबकि तिलक ने 22 गेंद पर दो चौके और तीन छक्के लगाकर 39 रन की पारी खेली। तिलक की पारी ने मैच को भारत के पक्ष में झुका दिया, हालांकि ब्रायन लारा स्टेडियम की धीमी पड़ती पिच पर रन बनाना लगातार मुश्किल होता गया।
भारत को जब 30 गेंद पर 37 रन चाहिये थे तब जेसन होल्डर ने 16वां ओवर मेडेन फेंकते हुए दो विकेट चटकाये। हार्दिक पांड्या 19 गेंद पर 19 रन बनाकर आउट हुए, जबकि सैमसन 12 रन के स्कोर पर रनआउट हो गये। भारत को जब 12 गेंद पर 21 रन की दरकार थी तब अक्षर पटेल (13) के विकेट के साथ मेज़बान टीम की हार लगभग तय हो गयी। अर्शदीप सिंह ने 19वें ओवर में दो चौके जड़े, लेकिन रोमारियो शेफर्ड ने आखिरी ओवर में मात्र पांच रन देकर वेस्ट इंडीज की जीत पर मुहर लगायी।
इससे पूर्व, टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनने वाली वेस्ट इंडीज ने तेज गेंदबाजों के खिलाफ अच्छी शुरुआत की, लेकिन स्पिनरों के सामने मेजबान टीम संघर्ष करती नजर आयी। युजवेंद्र चहल ने पावरप्ले के अंदर अपना पहला ओवर डालते हुए काइल मेयर्स और ब्रैंडन किंग को आउट किया, जबकि पावरप्ले के बाद कुलदीप यादव ने जॉनसन चार्ल्स को आउट किया।
किंग ने 19 गेंद पर चार चौके और एक छक्का लगाकर 28 रन बनाये, हालांकि मेयर्स और चार्ल्स क्रमशः तीन और एक रन ही बना सके। पॉवेल को देखते हुए हार्दिक पांड्या स्पिनरों से गेंदबाजी करवा सकते थे लेकिन क्रीज पर निकोलस पूरन के आने के बाद उन्होंने खुद गेंदबाजी करने का फैसला किया। पांड्या ने पूरन का विकेट चटकाया भी, हालांकि इससे पहले उन्होंने 34 गेंद पर दो चौकों और दो छक्कों की मदद से 41 रन बना लिये।
पूरन का विकेट गिरते ही पांड्या ने युज़वेंद्र चहल को गेंद सौंपी, हालांकि पॉवेल ने उनका स्वागत छक्का लगाकर किया और शिमरन हेटमायर के साथ पांचवें विकेट के लिये 24 गेंद पर 38 रन की साझेदारी की।
पॉवेल विंडीज को विशाल स्कोर की ओर ले जा सकते थे लेकिन भारत ने अंतिम तीन ओवरों में बेहतरीन अनुशासन दिखाया। मुकेश कुमार ने 18वें ओवर में मात्र छह रन देकर विंडीज पर दबाव बनाया। अर्शदीप ने इस दबाव का फायदा उठाते हुए अगले ओवर में छह रन हेटमायर और पॉवेल के विकेट चटका लिये। पॉवेल ने 32 गेंद पर तीन चौकों और तीन छक्कों सहित 48 रन बनाये, जबकि हेटमायर सिर्फ 10 रन का योगदान दे सके।
मुकेश ने आखिरी ओवर में मात्र नौ रन देते हुए वेस्ट इंडीज की पारी को 149/6 के स्कोर पर रोक दिया।